गोकलगढ़ में कर्मचारी सुरेंद्र सिंह के मर्डर की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है। पुलिस ने इस मर्डर केस में मृतक की पत्नी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान मृतक की पत्नी संगीता, ढाणी जाटूसाना निवासी प्रदीप व जाटूसाना निवासी मंगत राम है।पुलिस ने बताया कि 19 मई की रात को गोकलगढ़ निवासी आरटीए विभाग में डीसी रेट पर कार्यरत कर्मचारी सुरेंद्र सिंह की हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद अगले दिन शव मिला था। शव पर चोट के निशान थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पत्नी अपने बच्चों के साथ करीब 15 दिन पहले मायके गई थी। वह घर पर अकेला था। सुरेंद्र आरटीए विभाग में कार्यरत था। पत्नी के जाने के बाद वह अपने भाई के घर पर खाना खाने जाता था।
बुधवार की शाम को मृतक सुरेंद्र ने फोन कर भाई को बताया था कि उसके दोस्त आए हैं और वह खाना खाने नहीं आएगा। जब वह अगले दिन भी खाना खाने के लिए नहीं पहुंचा तो परिजनों को शक हुआ और घर जाकर देखा।घर में सुरेंद्र का शव बैड पर पड़ा हुआ था। शव पर चोट के निशान थे और नाक व मुंह से खून निकल रहा था। सुरेंद्र के बाएं पैर पर भी चोट के निशान थे। इसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस को दी थी।
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि हत्या वाली रात को सुरेंद्र के घर के बाहर एक अल्टो कार खड़ी हुई थी। इस बारे में जब जानकारी जुटाई गई तो पता चला की वह कार ढाणी जाटूसाना निवासी प्रदीप की थी। पुलिस ने जब प्रदीप को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सुरेंद्र की हत्या की वारदात कबूल की।
पूछताछ के दौरान प्रदीप ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि वह उसके घर पर आता जाता था। इसी बीच उसके संबंध उसकी पत्नी सुनीता के साथ बन गए थे। सुनीता के साथ संबंध रखने के लिए सुरेंद्र को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी।