रिपोर्ट: सर्वेश श्रीवास्तव
अयोध्या. सावन का महीना चल रहा है, जिसमें भगवान शंकर की पूजा-अर्चना की जाती है. इसी सावन के महीने में पड़ने वाली पहली एकादशी को कामिका एकादशी (Kamika Ekadashi 2022) कहा जाता है. यूं तो साल में 26 एकादशी पड़ती हैं, लेकिन सावन के महीने में पड़ने वाली कामिका एकादशी का विशेष महत्व है. आज हम आपको बताएंगे क्या है कामिका एकादशी और कैसे करें कामिका एकादशी का व्रत.
प्रत्येक वर्ष सावन माह के कृष्ण पक्ष एकादशी के दिन कामिका एकादशी का व्रत रखा जाता है. इस बार कामिका एकादशी 24 जुलाई को है. वैसे हर माह में दो एकादशी आती हैं, लेकिन सावन में पड़ने वाली पहली एकादशी की अपनी अलग विशेषता है. कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की आराधना की जाती है. शंख, चक्र, गदा धारण करने वाले भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार कामिका एकादशी का व्रत रखने वालों को जीवन में किए गए समस्त पापों से मुक्ति मिलती है. साथ ही श्री हरि विष्णु का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.
जानिए कामिका एकादशी का महत्व
ज्योतिषाचार्य कौशल्यानंद बताते हैं कि कामिका एकादशी की महिमा इतनी बड़ी और निराली है कि भक्तों को गया जाने, वाजपेय यज्ञ करने और गायों के दान आदि करने से जो फल की प्राप्ति होती है. वह फल एक मात्र कामिका एकादशी के व्रत करने से मिलता है.
जानिए कैसे करें कामिका एकादशी के दिन पूजा
प्रातः काल स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनने चाहिए. भगवान विष्णु के मंदिर में दीपक जलाना चाहिए और व्रत का संकल्प लेना चाहिए. चौकी पर भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए. भगवान को फल, फूल ,दूध पंचामृत तिल और तुलसी आदि अर्पित करना चाहिए इसके बाद कामिका एकादशी व्रत कथा पढ़नी चाहिए और फिर आरती करनी चाहिए.
(नोट: यह तथ्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है news18hindi किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है.)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Ayodhya News, Lord vishnu
FIRST PUBLISHED : July 22, 2022, 08:32 IST