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ज्ञानवापी के लिए याचिका दायर करने वाली सीता साहू, लक्ष्मी, मंजू व्यास (बीच में) और रेखा पाठक।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
ज्ञानवापी-मां श्रृंगार गौरी केस की चार वादी महिलाओं में से मंजू व्यास की पुलिस सुरक्षा हटा ली गई है। इसके चलते वह खुद की सुरक्षा को लेकर भयभीत हैं। उनका कहना है कि अगर उनके साथ कुछ भी बुरा हुआ तो उसकी लिए जिम्मेदार वाराणसी की पुलिस होगी। वह पुलिस अफसरों के कार्यालयों का चक्कर काट रही हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर किसी का रुख गंभीर नहीं दिख रहा है।
मां श्रृंगार गौरी केस की पांच वादी महिलाओं में से सीता साहू, मंजू व्यास, रेखा पाठक और लक्ष्मी देवी शहर में ही रहती है। वहीं, एक अन्य वादिनी सिंह राखी सिंह दिल्ली में रहती हैं। बीते साल से ही सीता साहू, रेखा पाठक, लक्ष्मी देवी और मंजू व्यास को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराई गई थी।
सीता साहू, रेखा पाठक और लक्ष्मी देवी की पुलिस सुरक्षा बरकरार है, लेकिन मंजू व्यास का गनर बीते साल 30 दिसंबर को हटा दिया गया था। मंजू व्यास ने कहा कि उन्हें यह नहीं बताया गया कि उनकी पुलिस सुरक्षा क्यों हटाई गई है। जबकि वह मिश्रित आबादी वाले इलाके में रहती हैं और ज्ञानवापी से जुड़े मुकदमों की संवेदनशीलता के बारे में सभी को पता है।
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