अपने अनोखे कालीन से दुनिया भर मे मशहूर भदोही में 8 अक्तूबर से इंडिया कार्पेट एक्सपो का आगाज होगा। जिले में ऐसा आयोजन लगातार दूसरे साल हो रहा है। भदोही स्थित एक्स्पो मार्ट में आयोजित चार दिवसीय कार्पेट एक्सपो में 60 से अधिक देशों के लगभग 500 आयातक व आयातक प्रतिनिधियों को शामिल होना है। इसके अलावा लगभग 250 कालीन निर्यातक अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। इंडिया कार्पेट एक्स्पो का उद्घाटन किसके हाथों से होगा। यह अभी भले ही तय न हो, लेकिन एक्स्पो में दूसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खास मेहमान के रूप में शामिल हो सकते हैं। सीएम के आने की सूचना से ही सीईपीसी सहित सभी कालीन निर्यातक उत्साहित हैं। जिले के कालीन निर्यातकों का मानना है कि दो चार आयातकों को उनके सेंपल पसंद आ गए तो व्यवसाय को गति मिलने में देर नहीं लगेगी। आयातकों को प्रभावित करने के लिए कुछ अलग हटकर सैंपलिंग कराई गई है। उम्मीद है कि विदेशी मेहमानों को पसंद आएगी।
कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के प्रशासनिक समिति के सदस्य फिरोज वजीरी ने बताया कि कार्पेट एक्स्पो के लिए पहले ही आमंत्रण पत्र भेजा जा चुका है। भदोही डीएम गौरांग राठी ने बताया कि एक्स्पो में सीएम के शामिल होने की सूचना मिल रही है, लेकिन अभी आधिकारिक रूप से इसकी जानकारी नहीं है।
भदोही में चार दिवसीय इंडिया कार्पेट एक्सपो को लेकर कालीन निर्यात संवर्धन परिषद पूरे जोर-शोर से तैयारी में जुटी हुई है। उपयुक्त मंच की तलाश में लंबे समय से भटक रहे छोटे व मझोले कालीन उद्यमियों के लिए इंडिया कार्पेट एक्सपो-23 मील का पत्थर साबित हो सकता है।
अधिक खर्च के कारण दिल्ली और दूसरे बड़े शहरों में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कालीन मेलों में भागीदारी से वंचित निर्यातकों ने भदोही में 8 अक्तूबर से होने वाले कालीन मेले में स्टॉल बुक कराया है।
मौजूदा समय में बड़ी संख्या में कालीन व्यवसायियों के पास काम नहीं है। इसलिए इससे लोगों की उम्मीद अत्यधिक बढ़ गई है। लोगों का मानना है कि इस एक्सपो पर भदोही क्षेत्र के कालीन उद्योग का भविष्य निर्भर है। यदि इसमें उम्मीद के मुताबिक व्यवसाय नहीं हुआ तो भारी संख्या में लोग अगले एक्सपो में भाग लेने के लायक भी नहीं रह जाएंगे।