दो दशक बाद बिहार की राजनीति में हेमा मालिनी की इंट्री, जाने क्यों जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने लिया “ड्रीम गर्ल” का नाम

बिहार में राजद और जदयू के बीच चल रही राजनीतिक लड़ाई में अब भाजपा सांसद व ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी की इंट्री हो गई है। लगभग दो दशक बाद बिहार में हेमा मालिनी का नाम राजनीति के लिए प्रयोग किया गया है। इस बार हेमा मालिनी का नाम जदयू अध्यक्ष ललन सिंह की तरफ से लिया गया है।
दरअसल, राज्य सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के तहत चल रहे मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना को स्कॉच संस्थान ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए रजत पुरस्कार दिया है. विभाग को ये पुरस्कार गांव के सर्वांगीण विकास के मकसद से चलाई जा रही इस योजना के मद्देनजर दिया गया है. इधर, इस पुरस्कार के मिलने के बाद जेडीयू प्रमुख ललन सिंह ने पुराने दिनों की याद दिलाते हुए एक तरह जहां नीतीश कुमार की तारीफ की है. वहीं, लालू प्रसाद यादव पर हमला किया है।
हेमा मालिनी की किया जिक्र

ललन सिंह ने अपने ट्विट में लिखा है कि एक वो दौर था जब सड़कें सिर्फ पटना में दिखती थी, लेकिन बिहार वासियों को अच्छी सड़कों का दिवा-स्वप्न दिखाया जाता था वह भी हेमा मालिनी जी को अपशब्द कहकर। बिहार के सीमावर्ती इलाकों यदि पटना पहुंचना हो तो मन-मस्तिष्क कांप जाता था, दिनभर में यात्रा पूर्ण करना असंभव था। आज बिहार के हर शहर गांव में पक्की सड़क है।
लालू ने कहा था – हेमा मालिनी के गालों की तरह चिकनी होगी बिहार की सड़कें

ललन सिंह ने हेमा मालिनी का जिक्र कर लगभग दो दशक पहले लालू प्रसाद के उन बयानों की याद ताजा कर दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार की सड़कों को हेमा मालिनी की गालों की तरह चिकना बना देंगे। लालू प्रसाद के उन बयानों को उस समय खूब चर्चा मिली थी। बाद में जब हेमा मालिनी बिहार आई तो उन्होंने लालू से खराब सड़कों को लेकर सवाल पूछे थे।