प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका नीतू सिंह
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
कपसेठी और सेवापुरी रेलवे स्टेशन के बीच नेवादा गांव के सामने शनिवार की दोपहर वाराणसी की तरफ जा रही सारनाथ एक्सप्रेस ट्रेन के सामने कूदकर शिक्षिका ने जान दे दी। सूचना पाकर कपसेठी थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। शिक्षिका के आत्मघाती कदम की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस शिक्षिका के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है।
जंसा थाना अंतर्गत कुंडरिया गांव निवासी अरुण गौतम की पत्नी नीतू सिंह (42 वर्ष) भदोही के सुरियावां स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका थीं। वह रोजाना घर से स्कूल आती-जाती थीं। शनिवार को भी वह विद्यालय से बस से अपने घर वापस आ रहीं थीं। अचानक वह नेवादा गांव के पास बस से उतरीं।
परिजन बोले- मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शिक्षिका पैदल चलते हुए मोबाइल से किसी से बात कर रहीं थीं। इसी दौरान ट्रेन गुजरी तो उसके सामने कूद कर उन्होंने जान दे दी। पुलिस की सूचना पर आए ससुराल वालों ने बताया कि नीतू एक बेटे और एक बेटी की मां थीं। उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी और उनका उपचार चल रहा था।