UP Top 5 News: सीएम योगी की सुरक्षा में चूक के बाद 8 पुलिसकर्मी निलंबित, 10000 नौकरी का वादा हुआ पूरा


गोरखपुर. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में चूक के बाद एक इंस्पेक्टर और एक सब इंस्‍पेक्‍टर समेत आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. यह चूक शुक्रवार को उस वक्त हुई जब मुख्‍यमंत्री योगी गोरखपुर विमानतल पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के स्वागत के लिए जा रहे थे. गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विपिन टाडा ने इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए शनिवार को आठ पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया.

बता दें कि शुक्रवार पूर्वाह्न करीब 11.28 बजे जब योगी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की अगवानी करने गोरखपुर विमानतल पर जा रहे थे और जैसे ही वीवीआईपी का काफिला हवाई अड्डे की ओर मुड़ा, कुसम्ही रोड से आने वाले कई वाहन काफिला के सामने आ गए. एसएसपी ने मामले की जांच के आदेश दिए और निष्कर्षों के आधार पर पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया. लापरवाही के लिए एसएसपी ने अपराध शाखा के निरीक्षक यदुनंदन यादव, उपनिरीक्षक अजय राय, आरक्षी बृजेश यादव, सत्येंद्र यादव, विवेक मिश्रा, सुजीत यादव, अरुणिमा मिश्रा और किरण चौधरी को निलंबित कर दिया. वहीं, पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान यह भी पाया गया कि इंस्पेक्टर यदुनंदन और एसआई अजय राय के पास ड्यूटी पर वायरलेस सेट नहीं थे, जिसके कारण शुक्रवार को हुई चूक के संबंध में अधिकारियों को जवाब नहीं दे पा रहे थे.

यूपी सरकार ने 100 दिन से कम समय में दी 10000 लोगों को सरकारी नौकरी
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPBPB) ने रविवार (12 जून) को यूपी पुलिस में सब इंस्‍पेक्‍टर की परीक्षा का फाइनल रिजल्‍ट जारी कर दिया है. यूपी पुलिस की इस भर्ती में कुल पदों की संख्या 9534 निर्धारित की गई थी. इसमें से 9027 पद एसआई, 484 पद प्लाटून कमांडर और 23 पद अग्निशमन द्वितीय अधिकारी का चयन किया गया है. वहीं, यूपी के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने 10 हजार पदों को 100 दिन से पहले भरने का जो लक्ष्य रखा था, उसे हमने 80 दिनों में ही पूरा कर लिया है. इस भर्ती में यूपी के अलावा मध्‍य प्रदेश, बिहार, दिल्‍ली, राजस्‍थान और झारखंड समेत 12 राज्‍यों के अभ्‍यर्थ‍ियों को सामान्‍य वर्ग के अभ्‍यर्थ‍ियों की श्रेणी में अच्‍छी खासी संख्‍या में अवसर मिला है. यूपी के 9007 अभ्‍यर्थी हैं तो अन्‍य राज्‍यों के 527 अभ्‍यर्थी चयन‍ित क‍िए गए हैं.

प्रयागराज हिंसा के ‘मास्टरमाइंड’ जावेद मोहम्मद के घर पर चला बुलडोजर
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप के घर को करीब पांच घंटे की कवायद के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने ध्वस्ती कर दिया है. वहीं, इसके बाद जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप के मकान के ध्वस्तीकरण के खिलाफ अधिवक्ता मंच की तरफ से इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक पत्र याचिका भेजी गई है. इस में आरोप लगाया गया है कि जिस मकान को प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने ध्‍वस्‍त किया है, वह जावेद पंप के नाम पर नहीं बल्कि उनकी पत्‍नी के नाम पर है. पत्र याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस राजेश बिंदल को भेजी गई है.

आकाशीय बिजली गिरने से आगरा के लाल की मौत
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की सीमा पर तैनात आगरा के पिनाहट थाना क्षेत्र के सैन्यकर्मी लोकेंद्र सिंह तोमर की मौत शुक्रवार रात आकाशीय बिजली गिरने से हो गयी. इस घटना की जानकारी लोकेंद्र के परिजनों को शनिवार सुबह मिली तो परिजनों में कोहराम मच गया. पिनाहट थाना के चौकी प्रभारी रवींद्र कुमार ने बताया कि रविवार देर रात तक सेना के जवान का शव गांव पहुंचेगा. मिली जानकारी के अनुसार थाना पिनाहट क्षेत्र के कस्बा भदरौली के पछाय थोक निवासी महाराज सिंह तोमर का पुत्र लोकेंद्र सिंह तोमर (30) करीब पांच वर्ष पहले सेना में भर्ती हुआ था. तोमर की ड्यूटी लद्दाख सीमा पर लगी थी. प्राप्त सूचना के अनुसार, आकाशीय बिजली गिरने से ड्यूटी पर तैनात लोकेंद्र तोमर की मौके पर ही मौत हो गयी, जिसकी सूचना तत्काल सेना के अधिकारियों को दी गयी. करीब पांच वर्ष पूर्व लोकेंद्र तोमर की शादी हुई थी. उनके एक तीन वर्ष की पुत्री और एक वर्ष का पुत्र है.

फतेहपुर की डीएम अपूर्वा दुबे की बीमार गाय के लिए घर पर लगाई 7 डॉक्टरों की ड्यूटी!
यूपी के फतेहपुर जिले में डीएम अपूर्वा दुबे की बीमार गाय की देखभाल के लिए सात पशु डॉक्टरों की लगाई गई इमरजेंसी ड्यूटी का सरकारी लेटर रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वहीं, इस मामले में अब डीएम अपूर्वा दुबे का बयान सामने आया है. उन्‍होंने अपने बचाव में सारा ठीकारा सीवीओ और डिप्टी सीवीओ पर फोड़ते हुए कहा कि इन दोनों अधिकारियों ने अनुशासनहीनता की परिकाष्ठा की सभी हदें पार कर दी हैं. डेढ़ साल के मेरे कार्यकाल में इनकी कई खामियां सामने आई हैं. मेरी छवि को धूमिल करने के लिए सुनियोजित तरीके से मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी 544 डाक नंबर से खुद ही लेटर जारी करते हैं और अगले ही दिन डाक नंबर 545 से इस लेटर को खुद ही निरस्त कर देते हैं. साथ ही कहा, ‘मैं यह भी स्पष्ट रूप में कहना चाहती हूं कि मेरा व मेरे परिवार में किसी ने गाय नहीं पाल रखी है.’

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