UP News: वक्त के साथ बढ़ने लगा इलेक्ट्रिक वाहनों का क्रेज, ग्राहकों की बनी पहली पसंद, जानिए इसके फायदे


रिपोर्ट – निखिल त्यागी

सहारनपुर: वाहन आज के समय में सभी के लिए जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है. प्रत्येक घर में अब मोटर साइकिल, स्कूटी अनिवार्य रूप से मिल जाती है. यदि इसके खर्च की बात की जाए तो पेट्रोल से चलने वाले दो पहिया वाहन का औसतन खर्च प्रतिदिन 100 रुपये आता है. पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम के बीच इलेक्ट्रिक वाहनों ने लोगों के खर्च को बहुत हद तक कम किया है. लोगों में भी इलेक्ट्रिक वाहन के प्रति आकर्षण देखा जा रहा है और प्रतिदिन इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीदारी की संख्या तेजी के साथ बढ़ रही है. संभागीय परिवहन कार्यालय में करीब दो हजार दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत है. उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले वर्षों मे इलेक्ट्रिक वाहनों के पंजीकरण में और वृद्धि होगी.

आरटीओ देवमणि भारतीय ने बताया कि जनपद में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है. वर्ष 2018 से अब तक संभागीय परिवहन कार्यालय में करीब दो हजार इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हुए है. पंजीकृत सभी वाहन दोपहिया है.आरटीओ कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार प्रतिवर्ष 300 से 400 दोपहिया वाहन पंजीकृत होते है.

प्रदूषण रहित है इलेक्ट्रिक वाहन
ग्राहक राजकुमार त्यागी ने इलेक्ट्रिक वाहन के विषय में बात करते हुए बताया कि दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहन स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए बहुत ही सुलभ है. बढ़ते पेट्रोल के दाम की अपेक्षाकृत इलेक्ट्रिक वाहन का खर्च बहुत कम है. ग्राहक ने बताया कि करीब 3 यूनिट बिजली की खपत से इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहन 180 किलोमीटर तक चलता है, जबकि पेट्रोल वाले वाहन का खर्च अधिक आता है. उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहन एक तो प्रदूषण रहित है, दूसरा देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में वाहन का प्रयोग करना देश हित में है. ग्राहक के अनुसार भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहन की ओर ही लोगों का आकर्षण बना रहेगा.

इलेक्ट्रिक व्हीकल का पंजीयन
आरटीओ देवमणि भारतीय ने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल की शुरुआत वर्ष 2018-19 से हुई है. लेकिन कोविड के समय की बात अगर छोड़ दे तो जून 2021 के बाद इलेक्ट्रिक व्हीकल का पंजीयन होने लगा था. उन्होंने बताया कि तब से लेकर अब तक सम्भाग में लगभग दो हजार इलेक्ट्रिक व्हीकल पंजिकृत हुए है. सहारनपुर में 1269, मुजफ्फरनगर में 522 व शामली जनपद में 203 सहित कुल 1994 व्हीकल पंजिकृत है. इस वर्ष 1994 गाड़ियां पंजीकृत है. आरटीओ ने बताया कि 250 वाट तक के इलेक्ट्रिक व्हीकल के पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है. 250 वाट से ऊपर के वाहनों का पंजीकरण कराना अनिवार्य है.

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