हाइलाइट्स
21 साल पुराने उसरी चट्टी हत्याकांड में हाईकोर्ट ने सशर्त जमानत दी है
मुख्तार अंसारी के गनर की गोली लगने से मौत हो गई थी
वाराणसी. पूर्वांचल के बाहुबली और पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह गुरुवार की शाम को 14 साल बाद जेल से बाहर आए. उन्हें 21 साल पुराने गाजीपुर के उसरी चट्टी हत्याकांड में हाईकोर्ट ने सशर्त जमानत दी है. यह आदेश जज अरविंद कुमार मिश्रा ने दिया था. दरअसल, पूरा मामला पूर्वांचल के दो माफिया की आपसी रंजिश जुड़ा हुआ है. दोनों के बीच गंगवार की बात कोई पुरानी नहीं है.
दरअसल, 15 जुलाई 2001 को मऊ से तत्कालीन विधायक मुख्तार अंसारी अपने काफिले के साथ जा रहे थे, तभी गाजीपुर के उसरी चट्टी पर उनके ऊपर हमला हुआ. ट्रक पर सवार होकर आए बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग की. घात लगाकर किए गए इस हमले में मुख्तार अंसारी के गनर की गोली लगने से मौत हो गई. वहीं, हमलावर पक्ष से मनोज राय भी मारा गया.
15 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा
इस पूरे मामले में मुख़्तार अंसारी की तरफ से बृजेश और त्रिभुवन सिंह को नामजद करते हुए 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. हालांकि पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें से दो की मौत ट्रायल के दौरान ही हो चुकी है. बृजेश सिंह के अधिवक्ता सूरज सिंह ने बताया कि उनके मुवक्किल के ऊपर तीन मामले चल रहे हैं. दो मामलों में पहले ही जमानत मिल चुकी थी. बस एक यही मामला बचा था, अब इसमें भी जमानत मिल गई, जिसके बाद रिहाई हुई.
2016 में जेल में रहते हुए बने एमएलसी
जेल में रहने के दौरान ही बृजेश सिंह 2016 में एमएलसी के लिए चुने गए. फिलहाल उनकी पत्नी अन्नपूर्णा सिंह भी वाराणसी सीट से दूसरी बार MLC चुनी गई हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 04, 2022, 21:36 IST