सरकार द्वारा बेटियों को बचाने, व उनको सुरक्षा देने के दावों के बाद भी आज लोगों की मानसिकता काफी संकीर्ण होती जा रही है। आज भी बेटियों को उनके ससुराल में दहेज के लोभी लोग बहुत छोटी निगाह से उन्हें देखते हैं। ऐसा ही मामला गुरुग्राम के सोहना के राम मंदिर में देखने को मिला।
यहां एक पढ़े-लिखे परिवार में एक पढ़ी-लिखी आर्किटेक्ट महिला ने ससुराल वालों के तानों से परेशान होकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। महिला की शादी को अभी 3 साल ही हुए थे। उसका डेढ़ साल का एक बेटा भी है। इस मामले में विवाहिता के परिजनों ने महिला के पति, सास, ससुर, ननद पर हत्या के गंभीर आरोप लगाए हैं।
पुलिस ने इस मामले में विवाहिता के पिता के बयान पर आरोपियों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कर दिया है। मामला सोहना के राम मंदिर वार्ड नंबर 17 का है। जहां पर महिला के परिजनों ने बताया कि उसकी बेटी ललिता की शादी सोहना राम मंदिर निवासी अरुण पुत्र महावीर के साथ साल 2018 में हुई थी।
ललिता आर्किटेक्ट थी, लेकिन उसे नौकरी नहीं मिली थी, जिसको लेकर उसकी ननदें बार-बार ताने देती रहती थी। परिजनों ने आरोप लगाया कि उसकी चचेरी सास कुसुम भी इस झगड़े को बढ़ाने में व उन्हें उकसाने में मुख्य किरदार निभाती थी।
इन तानों से परेशान होने पर कई बार पंचायत के माध्यम से उन्होंने मामले को सुलझाने का प्रयास किया। लेकिन आरोपी अपनी आदतों से बाज नहीं आए। सोमवार की सुबह उन्हें खबर दी गई कि उनकी लड़की अपना दरवाजा नहीं खोल रही है। जब वह सोहना आए तो उन्हें उनकी लड़की की मौत हो चुकी थी।
परिजनों ने इस मामले में ससुराल पक्ष के 6 लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने इन सभी के बयानों पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया है। वहीं, पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों को सौंप दिया है।