Saharanpur: इस कॉलोनी के लोग पलायन करने को मजबूर, जानिए क्या है वजह?


निखिल त्यागी/सहारनपुर. सरकार द्वारा जनपद सहारनपुर को स्मार्ट सिटी बनाये जाने की योजना वाली सूची में रखा गया है. जिसके अंतर्गत शहर के प्रत्येक क्षेत्र को विकास करके चमकाना है. केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी योजना में शामिल जनपद में काम तो चल रहा है. लेकिन इसके सुखद परिणाम सामने नहीं आ रहे है. कहीं सड़क यातायात बाधित है तो कहीं पानी की निकासी की समस्या जनता के सामने आ रही है. शहर के एक मोहल्ला निवासियों ने तो अपने घरों पर सम्पत्ति बेचने तक के पोस्टर चस्पा कर दिए हैं.

जनपद के वार्ड संख्या 33 की आशीर्वाद कॉलोनी में करीब 150 परिवार निवास करते है. कॉलोनी में रहने वाले लोगों के घरों का पानी या तो गलियों मे भर जाता है. या फिर लोग बाल्टियों मे भरकर उस पानी को खाली प्लाट मे फेंक कर आने को मजबूर है. इस बदहाली भरी जिंदगी से परेशान कॉलोनी के बाशिंदो ने पलायन करने की घोषणा कर दी है. दर्जन भर परिवारों ने अपने घरों पर मकान बेचने के पर्चे चस्पा कर दिए हैं.

20 वर्ष पुरानी है आशीर्वाद कॉलोनी
हसनपुर चुंगी के पास बसी आशीर्वाद कॉलोनी 20 वर्ष पुरानी है. कॉलोनी वासियों का कहना है कि बार- बार शिकायत करने के बाद भी नगर निगम द्वारा कॉलोनी में नाली निर्माण नहीं किया गया. जिससे बड़ी समस्या बाशिंदो के लिए यह बन गयी कि नालियों मे बहने वाला निकासी का पानी मौहल्ले मे गंदगी का कारण बन गया है. जिससे सरकार के स्वच्छता मिशन को नगर निगम की उदासीनता के कारण पलीता लग रहा है.

आपसी झगड़े का बन गया कारण
नगर निगम के अधिकारियों ने आशीर्वाद कॉलोनी वासियों को समस्या की दलदल में फंसा दिया. निकासी का पानी घरों में न घुसे इसके लिए लोगों ने अपने घरों के सामने मिट्टी का ऊंचा बांध बना दिया हक़ी. जब यह पानी इकट्ठा होकर दूसरे परिवारों के मकानों की दीवारों को खराब करता है. जिसके कारण प्रतिदिन मोहल्ले वासियों के बीच आपस में झगड़ा होता रहता है. कॉलोनी वासियों ने बताया कि नगर निगम के अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों सहित लिखित रूप से शासन को भी प्रार्थना पत्र देकर समस्या का समाधान किए जाने की मांग रखी गई. लेकिन आज तक इस और किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई. जिसके कारण मोहल्ले वासियों में बहुत गुस्सा है.

नगर निगम के अधिकारी गंभीर नहीं
कॉलोनी निवासी पूनम ने बताया कि वह कई साल से निकासी के जलभराव की समस्या से जूझ रहे है. यदि नगर निगम के अधिकारी समस्या का हल करना चाहे तो पड़ोस की कॉलोनी से निकल रहे नाले में हमारे घरों के पानी की निकासी हो सकती है. लेकिन बार-बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी नगर निगम के अधिकारी गंभीर नहीं है. जिससे लोगों में बहुत गुस्सा है.

समस्या का समाधान न हुआ तो देंगे धरना
जनेश्वर ने बताया कि 20 वर्षो से बसी कॉलोनी की लगातार अनदेखी होती आ रही है.150 से अधिक परिवार बदहाली का जीवन जीने को मजबूर है. इसीलिए अब लोगों ने अपने घर- मकान बेच कर पलायन करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि यदि जल्दी ही समस्या का स्थायी समाधान नही हुआ तो कॉलोनीवासी धरना देंने को मजबूर होंगे.

बेच रहे हैं घर- पर्चे चस्पा
बदहाल जीवन जीने को मजबूर लोगों ने अपने घर बेचकर कही अन्य जगह जाकर बसने का निर्णय लिया है. लोगों ने अपने घरों के बाहर मकान बेचने के जो पर्चे चस्पा किए हैं, उनमे लिखा गया है कि यहां पर पानी की निकासी की सुविधा नहीं है. ऐसे में हम अपना घर बेचने को मजूबर हैं. राधेश्याम नाम का व्यक्ति परिवार सहित अपना घर छोड़कर किसी अन्य जगह चला गया है.

समस्या का होगा समाधान
वार्ड 33 के पार्षद शकील ने बताया कि वह लगातार इस कॉलोनी में विकास करवा रहे है. नाली के पानी निखासी का समाधान भी जल्दी करवाने की कोशिस करेंगे.

Tags: Saharanpur news, Uttar pradesh news



Source link