स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर बोले देवी प्रसाद महाराज
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रामायण, गीता पर टिप्पणी करने वालों में भक्ति की कमी दिखाई देती है। रामायण पर टिप्पणी करना कहीं से भी सहीं नहीं है। यह बातें गुरुवार को बसंत पंचमी महापर्व पर मां शारदा मंदिर बिल्ली ओबरा में पधारे मां शारदा सिद्ध शक्तिपीठ मैहर मध्य प्रदेश के श्री श्री 108 श्री देवी प्रसाद जी महाराज ने अमर उजाला से बातचीत के दौरान कहीं।
उन्होंने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामायण पर की गई टिप्पणी के सवाल पर कहा कि रामायण पर टिप्पणी करना कहीं से भी सहीं नहीं दिखाई देता है। हम रामायण और गीता जैसी सत्ता पर कुछ भी बोलना अच्छा नहीं मानते हैं। कहा कि बसंत ऋतु बहार है। यह पर्व हिंदुओं के सबसे शुभ त्योहोरों में एक माना जाता है, यह पर्व सभी को मिल-जुलकर सौहार्दपूर्ण वातावरण में जीवन-यापन करने के लिए प्रेरित करता है। वहीं मां शारदा सिद्द शक्तिपीठ के प्रधान पुजारी पवन जी महराज ( ताऊ सरकार) ने कहा कि बसंत पंचमी पर संगीत, ज्ञान, कला, विद्या और वाणी की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। उन्होंने भी रामायण पर टिप्पणी करने वालों में भक्ति का पूर्ण ज्ञान न होने की बात कहीं। इस मौके पर संजय तिवारी, सीतराम अग्रहरि, संतोष, सजय त्रिपाठी, ताड़केश्वर, सुबाष मिश्रा, मिलन, सुरेश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।