सांकेतिक तस्वीर
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कानपुर में मंदबुद्धि युवती के साथ रेप के मामले में चकेरी पुलिस ने संवेदनहीनता की हदें पार कर दी। पहले पुलिस इस मामले में एफआईआर दर्ज करने से कतराती रही। ज्वाइंट सीपी के हस्ताक्षेप के बाद एफआईआर हुई तो पीड़िता को ऐसे ही छोड़ दिया। न उसका मेडिकल परीक्षण कराया और न ही मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए।
पीड़िता बहन के साथ गुरुवार को पुलिस कमिश्नर ऑफिस शिकायत दर्ज कराने पहुंची। इस पर अधिकारी ने इंस्पेक्टर चकेरी को फटकार लगाई। इसके बाद महिला थाना इंचार्ज को पीड़िता का मेडिकल कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई। तब जाकर मेडिकल परीक्षण हो सका।
बुधवार को चकेरी निवासी महिला ने अपनी मंदबुद्धि बहन के साथ रेप होने की शिकायत दर्ज कराई थी। उसने थाने के पीछे अवैध टैम्पो स्टैंड लगाने वाले अमित सिंह पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि पहली बार घटना करने के बाद उसने बहन को 50 रुपए और दूसरी बार 20 रुपए दिए थे।