Positive Story: दिहाड़ी मजदूर के बेटे ने पिता का नाम किया रौशन, बनेगा गांव का पहला डॉक्टर


हाइलाइट्स

इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम में छात्र छात्राओं के साथ उनके माता पिता को भी आमंत्रित किया गया था.

मेरठ. मेरठ के लालालाजत राय मेडिकल कॉलेज में आज एमबीबी एस सत्र 2022-23 के छात्र- छात्राओं का स्वागत समारोह आयोजित हुआ. इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम में छात्र छात्राओं के साथ उनके माता पिता को भी आमंत्रित किया गया था. इस स्वागत समारोह में एमबीबीएस के छात्र रामनरेश के पिता और चाचा भी पहुंचे. रामनरेश के पिता दिहाड़ी मजदूर हैं. रोज़ कमाकर जिंदगी गुजारने वाले मजदूर का बेटा जब इस स्वागत समारोह में पहुंचा तो पिता को तो मानों सारा जहां मिल गया हो.

लालालाजत राय मेडिकल कॉलेज के भव्य आडिटोरियम में पहुंचकर इस मजदूर पिता के पैर कांप रहे थे. मजदूर पिता कुर्सी पर बैठते हुए भी सकुचा रहा थे. न्यूज़ 18 से बात करते हुए पिता और चाचा की आंखों से आंसू छलक पड़े. रामनरेश के परिजनों ने कहा कि उनके गांव में बेटा पहला डॉक्टर बनेगा. परिजनों ने कहा कि उनके ख़ानदान में भी कोई आठवीं से ज्यादा नहीं पढ़ सका. लेकिन बेटा अब डॉक्टर बनने जा रहा है तो पूरे गांव समाज को उस पर नाज है.

बेटे की वजह से मिला यहां बैठने का मौका 

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परिजनों ने कहा कि उनकी सोच ही नहीं थी कि वो यहां तक पहुंचेंगे. लेकिन, बच्चे की लगन ने उनके सपनों को पूरा कर दिया. बच्चे पर भरोसा किया और कामयाबी मिली. परिजनों ने कहा कि बच्चे की वजह से उन्हें आज पहली बार ऐसे आडिटोरियम में बैठने का मौका मिला. पिता ने कहा कि हमेशा यही सपना था कि जो हमने किया वो बेटे को न करना पड़े. वहीं बेटे रामनरेश ने कहा कि जितना हमने मेहनत की उससे कई गुना मेहनत पिता की रही. रामनरेश कानपुर के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं.

‘हमेशा सोचता था कि मेरा बेटा कब डॉक्टर बनेगा’

ऐसी ही कई कहानियां आज स्वागत समारोह के दौरान देखने को मिली. ऐसे ही एक और पिता ने बताया कि वो मेडिकल रिप्रेज़ेन्टेटिव है और उनका मिलना डॉक्टर से होता रहता है. वो कहते हैं कि हमेशा सोचा करते थे कि उनका बेटा कब डॉक्टर बनेगा. आज उनके बेटे ने उनका सपना पूरा कर दिया. वो कहते हैं कि उन्होंने भी सीपीएमटी की तैयारी की थी. लेकिन सेलेक्शन नहीं हो सका था. अब बेटे ने उनका सपना पूरा कर दिया.

बेटी की वजह से दूर हो रहे हैं गम 

ऐसी ही एक बेटी के परिवार की कहानी है. बेटी के पिता बुनकर हैं. इस बेटी के माता-पिता भी सारे गम भूलकर आज बेटी की दी हुई खुशी से सातवें आसमान पर हैं. इन बच्चों के बारे में जानकर मेरठ के लालालाजपत राय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल भी यादों के गलियारे में खो गए. प्रिंसिपल ने कहा कि आज उन्हें भी अपने पुराने दिन याद आ गए. प्रधानाचार्य डॉ आरसी गुप्ता ने नये छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुये कहा कि आप सभी का एलएलआरएम परिवार में स्वागत है. आप कठिन परिश्रम कर के इस चिकित्सा महाविद्यालय में प्रवेश पाए हैं.

प्रधानाचार्य ने दिया ये संदेश 

उन्होंने कहा कि वो आशा करते हैं कि आपने इस कोर्स के दौरान भी कठिन परिश्रम, धैर्यवान, अनुशाशित एवम प्रयत्नशील रहेंगे. बारी-बारी से सभी विभागों के विभागाध्यक्षों ने छात्र छात्राओं को सम्बोधित कर कहा कि आप नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित हो कर अध्ययनरत रहें, अनुशासित एवं नियमित रहें तभी आप एक अच्छे चिकित्सक बन पायेंगे तथा समाज में आम जनमानस की सेवा कर पायेंगे.

इस शानदार कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर प्रधानाचार्य डॉ आर सी गुप्ता ने किया. डॉ अंशु टण्डन ने संचालन किया और एमबीबीएस सत्र 21 की छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया. इस अवसर पर डॉ सुधीर राठी, डॉ उर्मिला कार्या, डॉ ज्ञानेश्वर टांक, डॉ ललिता चौधरी, डॉ विजय जायसवाल, डॉ प्रीती सिन्हा,  डॉ तनवीर बानो, डॉ निधी वर्मा, डॉ अरुण कुमार, डॉ संजीव कुमार, डॉ योगेश माणिक, डॉ कृष्ण गोपाल, डॉ अंतिमा गुप्ता, डॉ केतु चौहान, डॉ तरुण पाल, डॉ प्रतिभा रानी, डॉ अंशु टण्डन, डॉ मेघा कुलश्रेष्ठ, डॉ अलका श्रीवास्तव, डॉ विजय कुमार, डॉ विनीता कुशवाहा, डॉ विदित दीक्षित, डॉ अरुण नागतिलक तथा सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, सभी संकाय सदस्य, जूनियर रेसिडेंट डॉक्टर तथा छात्र छात्रायें उपस्थित रहे.

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