Pilibhit: दिवाली से पहले बारिश ने बढ़ाई कुम्हारों की चिंता, दीये के लिए मिट्टी मिलनी हुई मुश्किल


रिपोर्ट : सृजित अवस्थी

पीलीभीत. उत्तर प्रदेश में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश ने किसानों के साथ-साथ अब कुम्हारों की चिंता भी बढ़ा दी है. दिवाली सिर पर है, लेकिन दीये बनाने के लिए मिट्टी ढूंढ़ने से भी नहीं मिल रही. गीली मिट्टी के दाम 3 से 4 गुना तक बढ़ गए हैं. ऐसे में दिवाली पर दीयों का महंगा होना भी लगभग तय माना जा रहा है.

दरअसल, पीलीभीत समेत पूरे उत्तर भारत में बीते दिनों मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया था. जिसके चलते शहर से लेकर गांव तक तमाम नुकसान देखने को मिला था. बारिश में किसानों की गन्ने व धान की फसलें खराब हुई थीं. वहीं जगह-जगह हुए जलभराव के चलते अब चिकनी मिट्टी मिलनी मुश्किल हो गई है. ऐसे में कुम्हारों के सामने संकट खड़ा हो गया है कि वे दीये कैसे बनाएं.

3 गुना तक बढ़े मिट्टी के दाम

News18 Local से बातचीत के दौरान दीया बनाने वाले कुम्हार शिवचरन लाल ने बताया कि इस बार अक्टूबर के महीने में काफी अधिक बारिश हुई. इसके चलते अब चिकनी मिट्टी का संकट खड़ा हो गया है. पहले जो मिट्टी 250 रुपए डनलप में मिल जाया करती थी. अब उसके दाम 1000 रुपए के भी पार हो गए हैं. साथ ही साथ जरूरत के अनुसार उपलब्धता भी नहीं है. अब बाजार से दीयों की मांग तो आ रही है, लेकिन उसे पूरा करने के लिए मिट्टी ही उपलब्ध नहीं है. ऐसे में जो दीये 25-30 रुपए प्रति सैकड़ा मिल जाया करते थे. उनके दाम इस बार 80-100 रुपए प्रति सैकड़ा होने की उम्मीद है.

चाइनीज लाइटों का बोलबाला

शिवचरन लाल ने कहा कि कुछ साल पहले दीयों की मांग काफी अधिक हुआ करती थी. लेकिन बीते कुछ सालों में चाइनीज लाइटों का चलन काफी अधिक बढ़ गया है. ऐसे में अब दीयों की मांग दिन पर दिन घटती जा रही है. हालांकि पूजन के लिए अभी भी दिये ही उपयोग किए जाते हैं.

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