Photos:सर्द रात में रैन बसेरों का हाल जानने निकले सीएम योगी, लोग बोले- जिंदगी भर ना भूल पाएंगे ये दिन – Cm Yogi Came Out To Know Condition Of Night Shelters In Cold Night In Varanasi


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीएचयू कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद रविदास पार्क पहुंचे। यहां पर संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। इसके बाद उन्होंने क्रूज से गंगा पार रेती पर बन रही टेंट सिटी का निरीक्षण किया। वहां से मुख्यमंत्री श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करने पहुंचे और इसके बाद सीधे रैन बसेरे का हाल लेने पहुंच गए। रैन बसेरे का निरीक्षण करने के दौरान मुख्यमंत्री ने वहां रहने वालों से कुशलक्षेम पूछा।

रामचरण कुशवाहा से पूछा कि रैन बसेरा में किसी प्रकार की कोई कमी तो नहीं है। जवाब मिला, सब कुछ ठीक है। यहां सीएम ने महिलाओं से भी बातचीत की। अचानक सीएम योगी को सामने देख रैन बसेरे में ठहरने आए लोग हैरान रह गए। सीएम ने सर्दी के मौसम में इंतजामों को देखा। अपने हाथों से कंबल और खाने के पैकेट बांटे। सीएम से यूं अचानक हुए आत्मीय संवाद ने कई लोगों को भावुक कर दिया। उन्होंने कहा कि आज का दिन जिंदगी भर भूल नहीं पाएंगे। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी को आश्वस्त किया कि उनके रहते किसी को भी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। सीएम योगी ने रैन बसेरों में ठहरे सभी लोगों से आत्मीय संवाद किया।

मौके पर मौजूद अधिकारियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बात पूरा ध्यान रखें कि ठंड में कोई भी खुले में न सोने पाए। रैन बसेरों में बिस्तर, कंबल आदि की व्यवस्था होनी चाहिए। महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखा जाए। 

अस्सी घाट से जलयान से टेंट सिटी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया। टेंट सिटी में बने सभागार में वीडियो क्लिब के जरिये सीएम को वहां उपलब्ध सभी सुविधाओं की जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि टेंट सिटी के लिए दी गई सुविधाओं का ट्रायल कर लें। हर दिन उसकी जांच करते रहें। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा किनारे टेंट सिटी बसी होने के कारण साफ सफाई की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। नगर निगम की कूड़ा गाड़ी के फेरे यहां नियमित रहें और टेंट सिटी के बाहर सफाई कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित कराएं। इसके अलावा सीवर लाइन की दिन में दो बार जांच कराई जाए। दोनों छोर पर दो पुलिस चौकी स्थापित कर यहां 24 घंटे गश्त की व्यवस्था रहे।



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