पेपर लीक मामलाः अब लखनऊ से गिरफ्तारी, कांग्रेस का आरोप ‘पकड़े नहीं जा रहे बड़े अपराधी’, इस्तीफा दें CM धामी!


देहरादून. उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तर की परीक्षा प्रश्‍नपत्र लीक होने के मामले के तार अब लखनऊ तक जुड़ गए हैं. इस मामले में हाल ही 6 गिरफ्तारियां करने वाली एसटीएफ ने अब लखनऊ स्थित आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में काम करने वाले एक और शख्स को गिरफ्तार किया है और एसटीएफ ने इस गिरफ्तारी को मामले की अहम कड़ी बताया है. दूसरी तरफ इस पेपर लीक मामले पर उत्तराखंड सरकार पर हमलावर कांग्रेस ने इस पूरी कार्रवाई को केवल दिखावा करार देते हुए कहा है कि असली अपराधियों और घोटाले की पूरी सच्चाई का खुलासा नहीं किया जा रहा है.

2021 में हुई स्नातक स्तर की भर्ती परीक्षा में राज्य के 1.60 लाख युवाओं ने भाग लिया था, लेकिन इस भर्ती में बड़ी गड़बड़ी की बात सामने आने के बाद इन सभी का भविष्य अधर में लटका हुआ है. इधर, इस मामले में STF ने लखनऊ की एक प्रिंटिंग प्रेस से आरोपी अभिषेक को आज 27 जुलाई को गिरफ्तार किया. पेपर लीक मामले में अभिषेक को अहम कड़ी बताने वाली एसटीएफ का दावा है कि यह एक पूरा गिरोह है, जिसने 60 लाख रुपये लेकर पेपर लीक करवाया था. इस कार्रवाई के बावजूद कांग्रेस के तेवर सरकार के खिलाफ बने हुए हैं.

हाईकोर्ट के जज से जांच करवाए सरकार: आर्य

अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में भर्ती घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद कांग्रेस नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने हल्द्वानी में पूरी जांच पर सवाल उठाते हुए बड़े आरोप लगाए. उन्होंने कहा, “सरकार छोटे-छोटे लोगों को पकड़कर अपनी पीठ थपथपा रही है जबकि असली अपराधी अभी भी पहुंच से दूर हैं.” आर्य ने पिछले सालों में हुई तमाम बड़ी परीक्षाओं की जांच कराने की मांग करते हुए इसे ऐतिहासिक घोटाला करार दिया. उन्होंने कहा हाईकोर्ट के किसी रिटायर्ड जज से जांच करवाई जाना चाहिए ताकि साफ हो सके कि घोटाला असल में कितना बड़ा है.

रामनगर में पूर्व विधायक रणजीत रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने भर्ती घोटाले के विरोध में राज्य सरकार का पुतला जलाया और रैली निकाली.

राज्य में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियों समेत विभिन्न विभागों की भर्तियों में घोटाले का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने नैनीताल ज़िले के रामनगर में राज्य सरकार का पुतला फूंका. यहां पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने कहा कि छोटी मछलियों को पकड़कर कुछ नहीं होगा. जब तक इनके आकाओं को फंदे में न लिया जाए. यहां कांग्रेसियों ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री तक के इस्तीफे की मांग भी की.
(सतेंद्र बर्तवाल, शैलेंद्र नेगी और गोविंद पाटनी के इनपुट्स)

Tags: Paper Leak, Uttarakhand Congress, Uttarakhand Police



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