Navratri 2022: नमाजी बने रावण, राम भी हैं इस दशानन के मुरीद, जानें क्यों इस बार खास होगी मेरठ की रामलीला


हाइलाइट्स

उत्तर प्रदेश के मेरठ में होता है हाईटेक रामलीला
18 सालों से ताज मोहम्मद निभा रहे रावण का किरदार
रामलीला में इस बार नजर आएंगी दो कैकेयी

मेरठ. आजकल देश के अलग-अलग जिलों में रामलीला का मंचन हो रहा है. कहीं हाईटेक रामीलाला हो रही है तो कहीं खास तरीके से साज सज्जा के माध्यम से रामलीला आयोजित की जा रही है. लेकिन रावण की ससुराल कहे जाने वाले मेरठ की रामलीला बिलकुल निराली है. रावण के ससुराल मेरठ की रामलीला हिन्दू-मुस्लिम एकता का भी संदेश दे रही है. यहां रावण का किरदार 5 वक्त के नमाज़ी ताज मोहम्मद निभा रहे हैं. ताज मोहम्मद का कहना है कला का कोई मजहब नहीं होता. उन्होंने बताया कि वो 18 साल से रावण का ही किरदार निभा रहे हैं.

रावण का किरदार निभाने वाले ताज मोहम्मद का कहना है कि उन्हें ये किरदार करते  जीवन जीने का  मंत्र मिल गया है .ताज मोहम्मद का कहना है कि मोहब्बत से बड़ा धर्म कोई नहीं है.

खास होगी मेरठ की रामलीला

इस बार मेरठ की रामलीला में दो कैकयी भी नजर आ रही हैं. यहां दो महिलाएं कैकेयी का किरदार निभा रही हैं. पिछले 18 साल से कैकेयी का किरदार निभा रही कंचन का कहना है कि कैकेयी का प्रसंग रामलीला का सबसे रोचक प्रसंग है. उन्होंने बताया कि दशरथ ने कभी भी दो वरदान मांगने के लिए कहा था. इसलिए फ्लैशबैक में भी इस बार कैकेयी नज़र आएंगी. वहीं रामलीला के डायरेक्टर प्रीतम का कहना है कि बेहद हाईटेक तरीके से इस बार मंचन हो रहा है. यहां की रामलीला कितनी हाईटेक है. इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक रामलीला में लाखों रुपए तक का खर्च आता है. यहां लाइट एंड साउंड के माध्यम से रामलीला का मंचन तो हो ही रहा है.

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5 अक्टूबर को दशहरे का त्योहार है. बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है. अधर्म पर धर्म की जीत का महापर्व है. हर ओर जयश्रीराम के जयकारे लग रहे हैं. ऐसे में रावण की सुसराल मेरठ में अहंकारी रावण का अंत  बेहद भव्य तरीके से होगा.

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