

भोपाल। मध्य प्रदेश में प्रेम प्रसंग, दुष्कर्म और बच्चे की हत्या से जुड़ा हुआ मामला सामने आया हैं। लड़की को बाल सुधार गृह भेजना पड़ा है। जानकारी के अनुसार दमोह के गांव तेंदूखेड़ा निवासी 17 वर्षीय युवक व 15 वर्षीय युवती के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस दौरान युवक ने युवती के साथ दुष्कर्म किया।
पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज – शुरुआत में तो मामला दबा रहा, लेकिन जब लड़की गर्भवती हुई और उसमें शारीरिक बदलाव हुए तो परिजनों को भी पता चला गया। 40 दिन पहले युवती ने बच्चे को जन्म दिया। वहीं, परिजनों ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया है।
मां और बच्चा 20 से ज्यादा दिनों तक भर्ती रहे – अब लड़की बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंची और उसकी तबीयत खराब होने का बहाना बनाया। इस पर चिकित्सकों को उस पर शक हो गया। चिकित्सकों ने पुलिस को सूचना दी और बच्चे के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया। पुलिस के सामने युवती ने सच स्वीकार कर लिया। उसके बाद पुलिस ने नाबालिग को बाल सुधार गृह भेज दिया गया। बता दें कि युवती ने 16 अक्टूबर को जिला अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया था। यहां पर मां और बच्चा 20 से ज्यादा दिनों तक भर्ती रहे।
लड़की को पुलिस ने बाल सुधार गृह भेज दिया – मीडिया से बातचीत में पुलिस ने बताया कि नाबालिग लड़की 10 नवंबर की रात बच्चे को लेकर तेंदूखेड़ा अस्पताल पहुंची। जांच में पता चला कि बच्चे की मौत हो चुकी है। फिर पोस्टमार्टम से हकीकत सामने आई कि युवती ने ही अपने बच्चे की रस्सी से गला घोंटकर हत्या की थी। पुलिस ने धारा 302 के तहत उसके खिलाफ मामला दर्ज किया और उसे किशोर न्यायालय में पेश किया।