मुजफ्फरनगर में भी है बालाजी महाराज का मंदिर, मेहंदीपुर से जुड़ी है मान्यता, जानें कैसे?


मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में बालाजी धाम मंदिर बहुत ही पुराना है. इस मंदिर की स्थापना 1993 में हुई थी. मेहंदीपुर बालाजी से अखंड ज्योत लाकर मुजफ्फरनगर के बालाजी धाम मंदिर में विराजमान की गई थी. यहां पर आज भी मेहंदीपुर बालाजी धाम जैसे ही बालाजी महाराज की पूजा अर्चना की जाती है. यहां इस बालाजी धाम मंदिर में दूर-दूर से लोग दर्शन करने आते हैं. लाखों श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी हुई है. दर्शन करने से ही लोगों के संकट दूर हो जाते हैं. यह बालाजी धाम मंदिर जनपद मुजफ्फरनगर ही नहीं अन्य जनपदों में भी मशहूर है.

बालाजी मंदिर में बालाजी के साथ-साथ प्रेतराज सरकार, भैरव बाबा, भगवान भोलेनाथ, राधा कृष्ण वह बालाजी महाराज के ठीक सामने श्रीराम सीता जी भी विराजमान है.

दूर दूर से आते है लोग
News18 लोकल की टीम को अधिक जानकारी देते हुए मंदिर के पुजारी हरिशंकर ने बताया कि यह बालाजी मंदिर लगभग 29 साल पुराना है. यहां पर मेहंदीपुर से लाई गई अखंड ज्योत आज भी ऐसे ही प्रज्वलित है. इस मंदिर से लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु बालाजी महाराज के दर्शन करने आते हैं. बालाजी महाराज के दर्शन करने के बाद श्रद्धालु भैरव बाबा के दर्शन करते हैं. उसके बाद शिवजी महाराज, प्रेतराज सरकार श्री राम के दर्शन कर धर्म लाभ उठाते हैं.

इस मंदिर में हर मुराद होती है पूरी
बालाजी महाराज को श्रद्धालु लड्डू और गुलदाने का भोग लगाते हैं. अपनी मन्नत मांगते हैं. यहां पर रोज 1:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक भंडारा भी चलता है. भंडारे में सैकड़ों श्रद्धालु रोज प्रसाद ग्रहण करते हैं.
श्रद्धालु आकाश का कहना है कि यहां पर मांगी गई मन की मुरादे बाबा बालाजी महाराज पूरी करते हैं. बालाजी महाराज के मात्र दर्शन करने से ही सारे संकट दूर हो जाते हैं.

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