मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा बताया जा रहा है। डॉग स्क्वायड व फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। थाना क्षेत्र के सुरौली बुजुर्ग के चुनकी डेरा निवासी मृतक के पिता रामचंद्र निषाद ने बताया कि उसका पुत्र लवकुश (16) गांव के उच्च प्राथमिक स्कूल में कक्षा सात का छात्र था।
वह ई-रिक्शा चलाकर उसका सहयोग करता था। 27 अप्रैल को वह लापता हो गया था। 29 अप्रैल को उसने गांव निवासी चोटी, शिवबरन उर्फ सिंता व किशन के खिलाफ पुत्र को लापता करने का मामला दर्ज कराया था। आरोप लगाया कि पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करके आरोपियों को पूछताछ के लिए पकड़ा।
एक किशोरी से प्रेम प्रसंग, जताई थी आपत्ति
इसके बाद उसी दिन उन्हें छोड़ भी दिया। बताया कि गांव की एक किशोरी से उसका प्रेम संबंध चल रहा था। उसने पुत्र को सख्त हिदायत देते हुए किशोरी के परिजनों को भी किशोरी को समझाने के लिए कहा था। आरोप है कि प्रेम प्रसंग के चलते ही बेटे की हत्या की गई है। बीती शाम बकरी चराने गए एक बच्चे ने शव देखा।
10 दिन पुराना लग रहा था शव
उसने गांव में आकर जानकारी दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। सदर सीओ राजेश कमल ने थानाध्यक्ष रामआसरे सरोज को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। थानाध्यक्ष ने बताया कि शव करीब दस दिन पुराना प्रतीत हो रहा है। रिपोर्ट आने के बाद गुमशुदगी के मामले में धाराएं बढ़ाकर विवेचना की जाएगी।
फील्ड यूनिट ने जुटाए साक्ष्य
जंगल में पेड़ पर शव लटके होने की सूचना पर पुलिस महकमे के आला अधिकारी दल बाल और फील्ड यूनिट के साथ मौके पर पहुंचे हुए थे। उन्होंने जांच पड़ताल करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फोरेंसिक और डॉग स्कवायड ने साक्ष्य एकत्रित किए हैं।
पुलिस की लापरवाही के चलते हुई घटना
मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि रिपोर्ट दर्ज होने के 10 दिन बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। मृतक की मां शकुंतला और पिता रामचंद्र ने बताया कि पुत्र के गायब करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस आरोपियों से सख्ती से पूछताछ नहीं की।