हाइलाइट्स
लखनऊ से ‘यदुकुल पुनर्जागरण मिशन’ शुरू
सेना में अहीर रेजीमेंट के गठन की मांग
यूपी में 10 फीसदी यादव मतदाता सियासी तौर पर काफी महत्वपूर्ण है
लखनऊ. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Singh Yadav) ने सपा के कोर वोटबैंक ‘यादव’ में सेंधमारी कर ‘यदुकुल पुनर्जागरण मिशन’ की शुरुआत किया है. ऐसे में सूबे के यादव समुदाय के वोटों को लेकर सियासी घमासान चाचा-भतीजे के बीच मच गया है. शिवपाल भले ही इसे सामाजिक लड़ाई के लिए बनाए संगठन का नाम दे रहे हैं, लेकिन उनके ही बयानों से साफ जाहिर होता है कि इस आयोजन के राजनीतिक निहितार्थ हैं. यादव समुदाय की गोलबंदी 2024 में होने वाले चुनाव के मद्देनजर है. यादव वोटों के सहारे शिवपाल दोबारा से अपनी सियासत को जिंदा करना चाहते हैं. शिवपाल को इस मिशन का संरक्षक और बाहुबली पूर्व सांसद डीपी यादव को इसका अध्यक्ष बनाया गया है.
शिवपाल यादव ने कहा कि सामाजिक न्याय की लड़ाई को पूरे दमखम के साथ लड़ना है. उन्होंने कहा कि गलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि ‘यदुकुल पुनर्जागरण मिशन’ को सिर्फ यादवों के लिए बनाया गया है और न ही सिर्फ यूपी के लिए है. हमारे समाज के लोग दूसरे राज्यों में भी हैं उनके उत्पीड़न के खिलाफ लड़ेंगे. यह मिशन सभी यादव संगठन है.
प्रसपा शिविर कार्यालय में ‘यदुकुल पुनर्जागरण मिशन’ की एक दिवसीय बैठक को सम्बोधित किया। pic.twitter.com/rMf1ig6xq6
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) September 1, 2022
पिछले सप्ताह डीपी यादव के पिता स्वतंत्रता सेनानी तेजपाल की प्रतिमा का अनावरण समारोह था, जिसमें शिवपाल यादव, सुखराम यादव सहित प्रदेश के कई दिग्गज यादव यादव नेता पहुंचे थे. इसी दौरान यदुकुल पुनर्जागरण मिशन की पृष्ठभूमि तैयार हुई, जिसे शिवपाल यादव ने अपने कंधे पर लेकर चलने का बीढ़ा उठाया है.
आज आज़मगढ़ में सपा विधायक श्री रमाकांत यादव जी से मुलाकात। pic.twitter.com/14fxclFAvq
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 22, 2022
यादव वोटों पर विपक्ष के घेराव को देखते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी सक्रिय हों गए हैं. बाहुबली नेता रमाकांत यादव से मिलने आजमगढ़ जेल पहुंचे थे तो नोएडा के गढ़ी चौखंडी गांव में स्थित स्वर्गीय रघुवर प्रधान की प्रतिमा का अनावरण किया.
नोएडा का दौरा। pic.twitter.com/IfjBM1XBEm
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 28, 2022
इस तरह यादव समुदाय को नाराजगी का कोई मौका अखिलेश नहीं देना चाहते है. क्योंकि बीजेपी ही नहीं उनके चाचा शिवपाल यादव की भी नजर है. बता दें कि यूपी में 10 फीसदी यादव मतदाता सियासी तौर पर काफी महत्वपूर्ण है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Akhilesh yadav, Bjp government, Lucknow news, Samajwadi party, Shivpal singh yadav, UP politics
FIRST PUBLISHED : September 02, 2022, 09:08 IST