महिला दरोगा का फंदे से लटका मिला शव, पिता बोले- बहादुर बेटी नहीं कर सकती सुसाइड, पुलिस ने कही ये बात


अमेठी. यूपी के अमेठी के मोहनगंज थाने महिला चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक रश्मि यादव शुक्रवार दोपहर बाद सरकारी आवास में फंदे से लटकी दिखी तो हड़कंप मचा गया. आनन-फानन में दरवाजा तोड़कर महिला दरोगा को तिलोई सीएचसी पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. वहीं, संदिग्ध हालात में महिला दरोगा की मौत के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है, तो सूचना पर पहुंचे परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है. यही नहीं, घटना की सूचना पर एसपी दिनेश सिंह समेत अधिकारी मौके पर पहुंचे तो फॉरेंसिक टीम ने सैंपल लिए हैं. मोहनगंज पुलिस पूरे प्रकरण की जांच में जुटी है.

बता दें कि लखनऊ जिले के गोसाईगंज थानाक्षेत्र के मलौली गांव निवासी मुन्ना लाल यादव की पुत्री रश्मि यादव की नियुक्ति 2017 बैच में बतौर उपनिरीक्षक हुई थी. प्रशिक्षण के बाद की उपनिरीक्षक रश्मि यादव की अमेठी जिले में 2018 में तैनात हुई थी. तैनाती के बाद जगदीशपुर व गौरीगंज समेत कई थानों कार्यकाल के बाद मार्च 2021 में मोहनगंज ट्रांसफर हुआ था. ट्रांसफर के बाद रश्मि यादव को महिला रिपोर्टिंग चौकी का प्रभारी के साथ महिला चौकी की भी जिम्मेदारी दी गई थी. वह शुक्रवार को सीओ कार्यालय में अफसरों के साथ वाररुम की तैयारी में जुटी थीं. इसके बाद करीब दो बजे वह अपने सरकारी आवास पर चली गई. वहीं, करीब 4 बजे मोहनगंज थाने का सब इंस्पेक्टर रश्मि यादव को एएसपी विनोद कुमार पांडेय का निरीक्षण होने की जानकारी देने के लिए उनके आवास पर गया. इस दौरान काफी आवाज लगाने के बाद भी जब आवास का दरवाजा नहीं खुला तो उसने रश्मि यादव के मोबाइल पर कई बार फोन भी किया, लेकिन फोन भी रिसीव नहीं हुआ. वहीं, सब इंस्पेक्टर पूरे मामले की जानकारी प्रभारी निरीक्षक अमर सिंह को दी. इसके बाद प्रभारी निरीक्षक साथी पुलिसकर्मियों के साथ कमरे पर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर कमरे में घुस गए. इस दौरान रश्मि को फंदे से लटकता देख सबके होश उड़ गए. आनन-फानन में रश्मि को नीचे उतार कर सीएचसी पहुंचाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.

शव पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच में जुटी पुलिस
रश्मि यादव की मौत की पुष्टि के बाद प्रभारी निरीक्षक ने मामले की जानकारी परिजनों के साथ एसपी व एएसपी को दी. इसके बाद आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. वहीं, दरोगा बेटी की मौत की सूचना पर पहुंचे पिता और भाई का अस्पताल में रो-रोकर बुरा हाल है. फिलहाल पुलिस ने शव पोस्‍टमार्टम के लिए भेजने के साथ आगे की जांच शुरू कर दी है.

हत्या या आत्महत्या की गुत्थी में उलझे परिजन
उपनिरीक्षक रश्मि यादव के मौत की सूचना पर किसी को भरोसा नहीं हो रहा है. जानकारी के मुताबिक मिलनसार रश्मि यादव अपनी तेजतरार्र कार्यशैली के लिए भी मशहूर थी. वहीं, परिवार के अलावा स्‍टाफ को रश्मि यादव की आत्महत्या करने की बात समझ में नहीं आ रही है. हालांकि फिलहाल पूरे मामले सच्‍चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगी. वहीं परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती बल्कि उसकी हत्या की गई है.

पुलिस टीम की जांच के बाद क्लियर होगा कारण-एसपी
अमेठी पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने बताया कि उपनिरीक्षक रश्मि सिंह काफी मिलनसार और काबिल दरोगा थी. शुक्रवार को उनका शव कमरे में फंदे से लटका मिलने व अस्पताल में मौत की पुष्टि के बाद पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच की जा रही है. कमरे की जांच फॉरेंसिक टीम व थाने की पुलिस परिजनों की मौजूदगी में कर रही है. मौके पर अब तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. सभी तथ्यों की जांच व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चलेगा. यदि परिजन कोई तहरीर देते हैं तो केस दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.

पिता ने जताई हत्या का आंशका
उपनिरीक्षक रश्मि यादव के मौत की सूचना पर पहुंचे पिता मुन्ना लाल यादव ने बताया कि तीन दिन पहले वह अवकाश से घर आई थी. परिवारिक या निजी परेशानी जैसा कोई मामला नहीं था. थाने के काम से कुछ परेशान थी और उसने कहा था कि उसका ट्रांसफर हो जाए तो अच्छा होगा. इस बीच गुरुवार को रश्मि ने फोन पर मोहनगंज से पुलिस कार्यालय के वन स्टॉप सेंटर सेल में ट्रांसफर होने की बात कहते हुए खुशी भी जाहिर की थी. मुन्ना लाल यादव ने रश्मि की हत्या होने की आंशका जाहिर करते हुए मीडिया से कहा है कि कई लोग बता हत्या की बात कर रहे हैं.

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