महामंडलेश्वर कैलाशानंद प्रकरण :विक्रम को लेकर हरिद्धार पहुंची नैनी पुलिस, आश्रम ले जाकर की पूछताछ – Mahamandaleshwar Kailashanand Episode: Naini Police Reached Haridhar With Vikram, Took Him To The Ashram And I


कैलाशानंद गिरि।
– फोटो : अमर उजाला।

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महामंडलेश्वर कैलाशानंद की हत्या की साजिश रचने के मामले में पकड़े गए संदिग्ध विक्रम उर्फ योगेंद्र शर्मा को नैनी पुलिस हरिद्वार ले गई है। पुलिस उसे आश्रम लेकर गई और पूछताछ की। विक्रम यहां बीते 29 नवंबर को आया था और पांच घंटे समय बिताने के साथ गोसेवा के लिए पांच सौ रुपये भी दान किए थे। पुलिस आश्रम में उसके संबंधों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।  

बागपत निवासी विक्रम कुमार 23 दिसंबर को नैनी में परी अखाड़े की त्रिकाल भवंता से मिलने गया था। इस दौरान उसने कैलाशानंद व अन्य संतों की हत्या करने की बात कहते हुए त्रिकाल भवंता को अखाड़े की मान्यता दिलाने की बात कही थी। कैलाशानंद व अन्य संतों की हत्या की साजिश की सूचना पर पुलिस व एसटीएफ ने उससे पूछताछ की थी। रविवार को त्रिकाल भवंता की तहरीर पर पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।

सोमवार को न्यायालय में पेश कर पुलिस ने सात दिनों की कस्टडी रिमांड ली थी। मंगलवार को पुलिस उसे बागपत स्थित घर लेकर निकली। बुधवार को उसके घर पहुंचकर टीम ने यहां से कई फर्जी दस्तावेज बरामद करने के साथ उसके परिजनों से पूछताछ की। देर रात टीम उसे लेकर हरिद्वार पहुंची। बृहस्पतिवार को टीम उसे हरिद्वार आश्रम में ले जाकर पूछताछ की।

कैलाशानंद ने बताया कि बीते 29 नवंबर को विक्रम उनके आश्रम आया था और यहां उसने पांच घंटे समय भी गुजारे थे। विक्रम ने इस दौरान किससे मुलाकात की, वह यहां क्या करने आया था, इन सब की जांच पड़ताल कर रही है। एसीपी करछना अजीत सिंह चौहान ने बताया कि टीम उसे हरिद्वार ले जाकर पूछताछ कर रही है।  

विस्तार

महामंडलेश्वर कैलाशानंद की हत्या की साजिश रचने के मामले में पकड़े गए संदिग्ध विक्रम उर्फ योगेंद्र शर्मा को नैनी पुलिस हरिद्वार ले गई है। पुलिस उसे आश्रम लेकर गई और पूछताछ की। विक्रम यहां बीते 29 नवंबर को आया था और पांच घंटे समय बिताने के साथ गोसेवा के लिए पांच सौ रुपये भी दान किए थे। पुलिस आश्रम में उसके संबंधों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।  

बागपत निवासी विक्रम कुमार 23 दिसंबर को नैनी में परी अखाड़े की त्रिकाल भवंता से मिलने गया था। इस दौरान उसने कैलाशानंद व अन्य संतों की हत्या करने की बात कहते हुए त्रिकाल भवंता को अखाड़े की मान्यता दिलाने की बात कही थी। कैलाशानंद व अन्य संतों की हत्या की साजिश की सूचना पर पुलिस व एसटीएफ ने उससे पूछताछ की थी। रविवार को त्रिकाल भवंता की तहरीर पर पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।

सोमवार को न्यायालय में पेश कर पुलिस ने सात दिनों की कस्टडी रिमांड ली थी। मंगलवार को पुलिस उसे बागपत स्थित घर लेकर निकली। बुधवार को उसके घर पहुंचकर टीम ने यहां से कई फर्जी दस्तावेज बरामद करने के साथ उसके परिजनों से पूछताछ की। देर रात टीम उसे लेकर हरिद्वार पहुंची। बृहस्पतिवार को टीम उसे हरिद्वार आश्रम में ले जाकर पूछताछ की।

कैलाशानंद ने बताया कि बीते 29 नवंबर को विक्रम उनके आश्रम आया था और यहां उसने पांच घंटे समय भी गुजारे थे। विक्रम ने इस दौरान किससे मुलाकात की, वह यहां क्या करने आया था, इन सब की जांच पड़ताल कर रही है। एसीपी करछना अजीत सिंह चौहान ने बताया कि टीम उसे हरिद्वार ले जाकर पूछताछ कर रही है।  



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