मेरठ मेडिकल कॉलेज में फर्श पर तड़पते दिखे मरीज, वीडियो वायरल, प्रिंसिपल ने दी यह सफाई


मेडिकल कॉलेज में फर्श पर इलाज कराने को मजबूर हैं कोविड मरीज, वीडियो वायरल.

मेरठ मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड का एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है जिसमें फर्श पर गद्दा डालकर लेटे मरीज दिखाई दे रहे हैं. मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने भी वीडियो की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि ये सही है कि मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में क्षमता से अधिक मरीज हैं.

मेरठ. मेरठ मेडिकल कॉलेज (Meerut Medical College) के कोविड वार्ड के कई वायरल वीडियो ने वहां की अव्यवस्थाओं की पोल खोल दी है. मेरठ मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड का एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है जिसमें फर्श पर गद्दा डालकर लेटे मरीज दिखाई दे रहे हैं. मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने भी वीडियो की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि ये सही है कि मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में क्षमता से अधिक मरीज हैं, लेकिन हर मरीज की देखभाल की जा रही है. प्रिंसिपल डॉक्टर ज्ञानेन्द्र का कहना है कि जमीन पर गद्दे डालकर मरीजों को एडजस्ट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कुछ पलंग डालकर भी मरीजों को सहुलूयित दी जा रही है. प्रिंसिपल ने बताया कि इमरजेंसी में 55 मरीज़ों की क्षमता है, लेकिन ये संख्या सौ तक पहुंच जाती है. ऐसे में मरीजों को फर्श पर गद्दा डालकर या फिर पलंग पर शिफ्ट कर उन्हें चिकित्सीय सुविधाएं दी जाती हैं. इससे पहले मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड का एक वीडियो वायरल हुआ था. इस वायरल वीडियो में एक तीमारदार अपनी परेशानियां बताता हुआ नजर आ रहा है. कुछ देर के लिए ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने की बात भी ये शख्स बताता हुआ नजर आ रहा है. इस वीडियो को लेकर प्रिंसिपल का कहना है कि ये पुराना वीडियो है. उन्होंने कहा कि बीते दिनों ऑक्सीजन का प्रेशर जरूर कुछ  कम हुआ था, लेकिन व्यवस्थाएं अब दुरुस्त हैं और मरीजों का उपचार किया जा रहा है. प्रिंसिपल का कहना है कि ज्यादातर मरीज ऑक्सीजन सेचुरेशन के लेवल पर आते हैं. उनकी पूरी कोशिश है कि हर मरीज की जान बचाई जा सके. मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर ज्ञानेन्द्र का कहना है कि पाइप लाइन के जरिए वार्ड में ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है. उन्होंने बताया कि मेडिकल इमरजेंसी और कोविड़ वार्ड में पाईप लाइन से मरीज़ों को ऑक्सीजन मुहैया कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि मेडिकल में ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर टीम बनाई गई है. मैनिफोल्ड से कोविड वार्ड और  इमरजेंसी वार्ड में पाईप लाइन से ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है. उन्होंने बताया कि यहां चौबीस घंटे कोई न कोई स्टाफ मौजूद रहता है, जो लगातार ऑक्सीजन सिलेंडर्स पर निगरानी रखता है. प्रिंसिपल ने बताया कि लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के टैंक से भी प्राणवायु पहुंचायी जा रही है. प्रिंसिपल डॉक्टर ज्ञानेन्द्र का दावा है कि मेडिकल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है.







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