मेरठ एक्सप्लेनर :- जानिए आखिर क्यों 59 अधिकारी अब गांव-गांव लगा रहें चौपाल


मेरठ:- मेरठ के ग्रामीण क्षेत्रों meerut Rural Area की बात की जाए तो देखा जाता है कि ग्रामीणों को अपनी शिकायतों complaint को लेकर इधर-उधर चक्कर काटना पड़ता था.जिससे कि उनकी समस्या problem का निवारण हो जाए.लेकिन उसके बावजूद भी कई बार उनकी समस्याओं का निवारण नहीं होता था.जिसके बाद जिलाधिकारी और कमिश्नर से शिकायत करने के लिए कई किलोमीटर दूर शहर में अधिकारियों के कार्यालय पर जाकर अपनी आप बीती सुनाते थे.लेकिन अब ग्रामीणों की शिकायतों को सुनने के साथ-साथ उसका निवारण करने के लिए गांव-गांव अधिकारी चौपाल लगाएंगे.शासन के निर्देशानुसार मेरठ में इसके लिए 59 अधिकारियों का चयन किया गया है.जो गांव -गांव जाकर चौपाल लगाएंगे.इस चौपाल के अंदर वह ग्रामीणों की समस्याओं को सुनेंगे साथ ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी जारी करेंगे.

गुरुवार से शुरू हुई चौपाल, जानिये आपके यहां कब लगेगी
चौपाल की शुरुआत बृहस्पतिवार से हो गई है.पहले दिन रोहटा ब्लॉक के आजमपुर, दौराला ब्लॉक के अझौता, बढ़कली, नेकपुर, महलका, पावली खास सहित अन्य स्थानों पर चौपाल लगाई गई.इसी कड़ी में मंडल कमिश्नर सुरेंद्र सिंह 2 अप्रैल को हस्तिनापुर के गांव में जनता की समस्याएं सुनेंगे.18 अप्रैल को जिलाधिकारी के बालाजी किला परीक्षितगढ़,परीक्षितगढ़ देहात में मुख्य विकास अधिकारी 21 अप्रैल को राजपुरा ब्लॉक के इंचोली, राली चौहान, रजपुरा गांव में व अपर जिला अधिकारी नगर 25 अप्रैल को रोहटा चौपाल लगाकर समस्या सुनेगें.रोस्टर प्रणाली के अंतर्गत एमडीए के उपाध्यक्ष सचिव बेसिक शिक्षा विभाग के बीएसए, एडीएम प्रशासन, सहित अन्य अधिकारियों को भी गांव में चौपाल लगाने की जिम्मेदारी दी गई है.जिससे ग्रामीणों की समस्याओं का निवारण हो सके.

रिपोर्ट विशाल भटनागर मेरठ

आपके शहर से (मेरठ)

उत्तर प्रदेश

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