Meerut: पश्चिमी यूपी के 14 जिलों पर 10 हजार करोड़ का बिल बकाया, बिजली विभाग ऐसे दे रहा झटका


रिपोर्ट- विशाल भटनागर, मेरठ

मेरठ. अगर आप पर बिजली विभाग का बकाया है और अभी तक बिल जमा नहीं कराया है, तो ऐसे उपभोक्ताओं का कभी भी बिजली कनेक्शन कट सकता है. दरअसल, मेरठ बिजली विभाग ने बकायेदारों पर कार्रवाई करते हुए उनके कनेक्शन काटने की मुहिम शुरू कर दी गई है.

दरअसल शासन के निर्देश पर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (Paschimanchal Vidyut Vitran Nigam Limited) द्वारा अनेकों स्कीम चलाई गईं, ताकि जिन उपभोक्ताओं का बिजली बिक बकाया है, वह अपना बिल जमा कर दें. हालांकि देखा जा रहा है कि काफी ऐसे बड़े उपभोक्ता हैं, जिन्होंने अपना बकाया बिल जमा नहीं किया है. लिहाजा बिजली विभाग ने ऐसे उपभोक्ताओं पर अब शिकंजा कसने की कवायद शुरू कर दिया है. इसके लिए विद्युत विभाग द्वारा एक नई रणनीति तैयार की गई है, जिससे सभी बकायेदार जल्द से जल्द बिजली का बिल जमा करा दें.

‘डोर टू डोर’ कनेक्शन काट रहा विभाग
बिजली विभाग द्वारा बकायेदारों की एक लिस्ट बनाई गई है. विभाग की ओर से सभी को नोटिस जारी किए गए हैं. नोटिस के बावजूद जो उपभोक्ता बिल नहीं जमा करेगा. ऐसे बकायेदारों को चिन्हित कर डोर टू डोर कनेक्शन काटे जाएंगे.

‘एक मुश्त योजना’ में भी नहीं दिखाई दिलचस्पी
विद्युत विभाग द्वारा एकमुश्त समाधान योजना के माध्यम से भी उपभोक्ताओं से बिल जमा कराने की अपील की गई थी. यही नहीं, पहली बार ऐसा हुआ था कि उपभोक्ता 6 और 10 किस्तों के माध्यम से भी अपना बकाया जमा कर सकते थे. इसमें 100 फीसदी तक सरचार्ज में छूट प्रदान की गयी थी. बावजूद इसके बड़े बकायदारों ने बिल जमा नहीं कराया.

14 जिलों के उपभोक्ताओं पर 10 हजार करोड़ का बकाया
विद्युत विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पश्चिमांचल से संबंधित 14 जिलों में उपभोक्ताओं पर 10 हजार करोड से ज्यादा बकाया है. इसमें मेरठ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, बागपत, अमरोहा, रामपुर, मुरादाबाद, हापुड़, नोएडा सहित 14 जिले शामिल हैं. वहीं, मेरठ जनपद की बात की जाए तो 64 करोड़ रुपए बकाया हैं.

अधिक जानकारी के लिए यहां करें कॉल
विद्युत विभाग से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800-180-3002 या 1912 पर कॉल कर सकते हैं. इसी के साथ ही वाट्सऐप नंबर 7859804803 अपनी जानकारी साझा कर सकते हैं.

Tags: Electricity Bills, Electricity problem, Meerut news



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