बिजली आपूर्ति बाधित होने से गांव राई में छाया अंधेरा व बिजली आने के इंतजार में खड़े लोग।
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बिजली विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जिले में बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है। कई गांवों में बीस से तीस घंटों से आपूर्ति ठप है। पानी की आपूर्ति भी नहीं हो रही है।प्रशासन ने हड़ताल को देखते हुए जिले के सभी 33 बिजली उपकेंद्रों पर तहसीलदार, नायब तहसीलदार आदि राजस्व अधिकारियों के साथ पीडब्लूडी, आपूर्ति विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को प्रभारी के रूप में तैनात किया है। बिजली विभाग की तकनीकी जानकारी न होने के कारण अधिकारी उपकेंद्रों पर मूकदर्शक बनकर बैठे हैं।
चंदासी, चकिया, सकलडीहा, बबुरी, सैयदराजा, अमड़ा, चहनियां, बिलारीडीह, अलीनगर सहित 33 उपकेंद्रों से 800 से अधिक गांवों में बिजली आपूर्ति होती है। संविदाकर्मियों को नियमित करने, बिजली विभाग का निजीकरण न करने, विभागीय कर्मियों को पुरानी पेंशन लागू करने सहित मांगों के समर्थन में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने 72 घंटों के हड़ताल की घोषणा की थी। बृहस्पतिवार की रात दस बजे से कर्मचारी हड़ताल पर चले गए।
इसके बाद से जहां भी बिजली गुल हुई। उसे कोई दुरुस्त करने वाला नहीं था। बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी फोन बंद कर भूमिगत हो गए। प्रशासन ने हड़ताल को विफल करने के लिए उपकेंद्रों पर लेखपाल, अमीन, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित अन्य अधिकारियों की नियुक्ति की। पुलिस की भी तैनाती की गई लेकिन तकनीकी जानकारी न होने के कारण ये लोग भी मूकदर्शक बने रहे।