अतीक अहमद। फाइल फोटो
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राजूपाल हत्याकांड में आरोपी बनाए गए माफिया अतीक अहमद को मिला सरकारी गनर भी भूमिगत हो गया है। माफिया को फूलपुर से सांसद रहने के दौरान सुरक्षा कर्मी मुहैया कराए गए थे। अतीक के जेल जाने के बाद उसकी सुरक्षा में लगा एहतेशाम भी भूमिगत हो गया। प्रदेश के 75 जिलों की पुलिस अब तक उसे खोज नहीं सकी है। पता चला है कि काफी दिनों से बिना सूचना ड्यूटी से नदारत रहने के कारण पुलिस कर्मी को सेवा से बर्खास्त भी कर दिया गया है।
माफिया अतीक अहमद वर्ष 2004 में फूलपुर से सांसद चुना गया था। इससे पहले वह प्रयागराज शहर पश्चिमी से विधायक रहा। सांसद बनने के बाद अतीक को विधायक का पद छोड़ना पड़ा। शहर पश्चिमी विधानसभा सीट से अतीक ने अपने भाई अशरफ को चुनाव मैदान में उतारा। इस उपचुनाव में बसपा के टिकट से चुनाव लड़े राजूपाल ने अशरफ को हरा दिया। यह कसक माफिया अतीक को घर कर गई थी। इसके बाद 25 जनवरी 2005 को राजूपाल की हत्या कर दी गई।