ऐसा माना जाता है कि लोहड़ी का त्योहार फसल कटाई की खुशी में मनाया जाता है। इस दौरान अलाव जलाया जाता है। उसमें गेहूं की बालियां चढ़ाई जाती हैं। इस मौके पर पंजाबी समाज के लोग भांगड़ा करते हैं। इस दौरान ‘दूल्हा भट्टी वाला’ की बोलियां भी गाई जाती हैं। अग्नि देवता को खुशी करने के लिए अलावा गुड़, मक्का, तिलक और खील चढ़ाई जाती है। आज लोहड़ी पर शहर में 80 से अधिक स्थानों पर सामूहिक आयोजन होंगे। आर्य समाज, थापरनगर, पंजाबीपुरा सहित कंकरखेड़ा, मोदीपुरम, गंगानगर, जागृति विहार में मुख्य आयोजन होंगे। आगे जानें आखिर कैसे मनाया जाता है लोहड़ी का पर्व और कौन था दूल्हा भट्टी वाला जिसे हर बार लोहड़ी पर जरूर याद किया जाता है।
शोभन योग में मनाई जाएगी लोहड़ी
लोहड़ी का त्योहार हर साल मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाया जाता है। शुभ काम करने के लिए इस योग को बेहद शुभ है। लोहड़ी उत्सव के दौरान छोटे-छोटे बच्चे घर घर जाकर लोकगीत गाते हैं, जिससे खुश होकर लोग उन्हें खाने की चीजें, मिठाइयां और पैसे देते हैं। कहा जाता है इस दिन किसी भी घर से किसी बच्चे का खाली हाथ लौटना शुभ नहीं होता है। ऐसे में लोग बच्चों को अपनी अपनी यथाशक्ति के अनुसार चीनी, गुड़, गजक, मक्का, मूंगफली, देते हैं। आज लोहड़ी का पर्व शोभन योग में मनाया जाएगा।
गरीबों कन्याओं का विवाह करता था दुल्हा भट्टी वाला
लोहड़ी के त्योहार में दुल्ला भट्टी का जिक्र आता है। इंडियन काउंसिल ऑफ एस्ट्रोलॉजिकल साइंस के सचिव आचार्य कौशल वत्स ने बताया कि दुल्ला भट्टी अकबर के समय में धनी लोगों को लूटकर गरीबों की मदद करते थे। पंजाब की गरीब लड़कियों को बचाकर उनका विवाह भी करवाए, जिसकी वजह से आज भी लोग उन्हें सम्मान की नजरों से देखते हैं।
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इस बार दो दिन मकर संक्रांति का पर्व
इस बार मकर संक्रांति का पर्व शनिवार 14 जनवरी की रात्रि 8:44 से शुरू होगा। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश होगा। उत्तरायण जिसका पुण्यकाल अगले दिन सूर्य के वार रविवार को पूरे दिन होगा। सूर्योदय के बाद से पूरे दिन दान पुण्य स्नान आदि शुभ कृत्य किए जा सकेंगे। इस दिन चित्रा नक्षत्र सुकर्मा योग के साथ शुभ होगा संक्रांति पर्व।
शहर में सदर कैंट अस्पताल के पास, सदर भड़भूजा, दाल मंडी, शहर मंडी, शारदा रोड, कंकरखेड़ा, गंगानगर, जागृति विहार आदि स्थानों पर लोहड़ी और मकर संक्रांति के मद्देनजर दुकानें सजी हुई हैं। पॉपकार्न मूंगफली विक्रेता अंकित गुप्ता ने बताया कि सभी खाद्य पदार्थों के भाव बीते वर्ष के मुकाबले काफी बढ़े हुए हैं। इस बार पॉपकार्न के साथ रेवड़ी की सर्वाधिक डिमांड है। हलवाइयों ने देसी घी की भी रेवड़ी तैयार की हैं।
खाद्य पदार्थों के भाव प्रति किलो
खाद्य पदार्थ 2022 2023
पॉपकार्न 140 200
गुड़ की पट्टी 120 160
स्पेशल गुड़ पट्टी 180 220
मूंगफली 110 120
रेवड़ी 180 240
रेवड़ी देसी घी 360 440