कानपुर हिंसा: पोस्टर में दिख रहे 12 और उपद्रवी गिरफ्तार, अब तक पकड़े गए 50 लोग


कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर में बीते शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा को लेकर पुलिस ने सोमवार को 38 और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है. इनमें कमिश्नरेट पुलिस द्वारा सोमवार को जारी किए गए पोस्टर में दिख रहे 12 अन्य उपद्रवी भी शामिल हैं. इसके साथ ही इस मामले में अब तक कुल 50 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. कानपुर के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की है.

दरअसल कानपुर पुलिस ने हिंसा में कथित तौर पर शामिल प्रमुख आरोपियों के होर्डिंग बनाए हैं और इन्हें हिंसा प्रभावित जगहों और आसपास के प्रमुख स्थानों पर लगाया है. पुलिस अधिकारी आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा, ‘हमने सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लिप के माध्यम से लगभग 100 और दंगाइयों एवं पथराव करने वालों की पहचान की है.’ उन्होंने कहा कि तलाशी अभियान जारी है और दंगाइयों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है.

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पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) (डीसीपी)प्रमोद कुमार ने बताया कि 3 जून की हिंसा में कथित तौर पर शामिल करीब 20 प्रमुख आरोपियों की तस्वीरों वाले 25 होर्डिंग प्रभावित इलाकों में और उसके आसपास प्रमुख स्थानों पर लगाए गए हैं. इन पोस्टरों में पुलिस ने लोगों से इन दंगाइयों की पहचान में मदद करने और उनके बारे में जानकारी देने की अपील की है. इसके साथ ही इसमें थाना प्रभारियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के फोन नंबर दिए गए हैं.

इसके अलावा, डीसीपी (दक्षिण) संजीव त्यागी की अगुवाई वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) की सहायता के लिए तीन और विशेष दलों का गठन किया गया है. पहले विशेष दल में चार सदस्य शामिल हैं, जिसका नेतृत्व अपर डीसीपी (पूर्वी) राहुल मीठा करेंगे. इसे सीसीटीवी फुटेज की निगरानी करने और सभी आरोपियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज को एसआईटी को सौंपने के लिए गठित किया गया है.

सहायक उपायुक्त स्वरूप नगर बृजनारायण सिंह के नेतृत्व वाले एक अन्य पांच सदस्यीय विशेष दल को एक पेट्रोल पंप से खुली बोतल और कंटेनर में पेट्रोल दिए जाने के मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई है. सहायक उपायुक्त (छावनी) की अगुवाई वाला तीसर दल सोशल मीडिया पर की जाने वाली भड़काऊ, झूठी और घृणास्पद पोस्ट पर नजर रखेगा. (भाषा इनपुट के साथ)

Tags: Kanpur attack, Kanpur violence, UP police



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