जल संरक्षण के लिए आरएसएस चलाएगा पूरे देश में अभियान.

पूरे देश में जल संकट की भयावह समस्या को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने देशभर में जलाशयों का जीर्णोद्धार कर जल संरक्षण का संकल्प लिया है। संघ के स्वयंसेवक 15 अप्रैल से 15 जुलाई तक अभियान चलाकर नदी, तालाब व अन्य जल स्रोतों को पुनर्जीवित करेंगे। संघ ने इस अभियान को ‘हर बूंद अनमोल’ नाम दिया है। इस दौरान स्वयंसेवक आम लोगों के सहयोग से नदियों-तालाबों का गहरीकरण, गाद हटाने और उन्हें अतिक्रमण मुक्त करने का काम करेंगे। स्थानीय लोगों को भी इसकी निरंतरता बनाए रखने के लिए जागरूक किया जाएगा।
नई दिल्ली, 6 अप्रैल 2021, (आरएनआई)। पूरे देश में जल संकट की भयावह समस्या को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने देशभर में जलाशयों का जीर्णोद्धार कर जल संरक्षण का संकल्प लिया है। संघ के स्वयंसेवक 15 अप्रैल से 15 जुलाई तक अभियान चलाकर नदी, तालाब व अन्य जल स्रोतों को पुनर्जीवित करेंगे। संघ ने इस अभियान को ‘हर बूंद अनमोल’ नाम दिया है। इस दौरान स्वयंसेवक आम लोगों के सहयोग से नदियों-तालाबों का गहरीकरण, गाद हटाने और उन्हें अतिक्रमण मुक्त करने का काम करेंगे। स्थानीय लोगों को भी इसकी निरंतरता बनाए रखने के लिए जागरूक किया जाएगा।

अभियान की रूपरेखा तय कर ली गई है। स्वयंसेवक प्रखंडवार एक तालाब या नदी को गोद लेकर उसके संरक्षण और संवद्र्धन की दिशा में काम करेंगे। अभियान का नेतृत्व आरएसएस का पर्यावरण गतिविधि विभाग करेगा। इसके केंद्रीय अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक तीन और चार अप्रैल को हरिद्वार में होने जा रही है, जिसमें पर्यावरण संरक्षण को लेकर विस्तृत चर्चा होगी। चार अप्रैल की शाम सरसंघचालक डा. मोहन भागवत पर्यावरण और भारतीय संस्कृति विषय पर अपनी बात रखेंगे।
आरएसएस के झारखंड प्रांत पर्यावरण संयोजक प्रवीण कुमार दुबे ने कहा कि इस अभियान के तहत वर्षा जल संचयन के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। समाज के बीच काम करने वाले दूसरे संगठनों को भी इस अभियान से जोड़ा जाएगा। साथ ही समाज के सभी लोगों से इस अभियान में शामिल होने की अपील की गई है।