हरदोई. उत्तर प्रदेश के हरदोई में जिलाधिकारी की एक नोटिस के बाद हड़कंप की स्थित है. दरअसल पूर्व राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल ने सांसद रहते वर्ष 2019 में डिग्री कॉलेज में क्लास रूम व बरामदे के लिए अपनी सांसद निधि से 22.83 लाख रुपए दिए थे, जिसकी स्वीकृति प्रशासन की तरफ से दे दी गई थी. हालांकि प्रशासनिक अमले की जांच के बाद काम कम पाया गया, लिहाज़ा लास्ट किस्त रोक दी गई थी. जांच में पाया गया कि यहां महज 16.34 लाख का ही काम हुआ था, जिसके बाद हरदोई के डीएम अविनाश कुमार ने कार्यदायी संस्था से स्वीकृति के सापेक्ष 1 लाख की वसूली के आदेश दिए हैं.
बता दें कि सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि में नरेश अग्रवाल के प्रस्ताव पर गौसगंज के सुरेश कुमार सिंह शिव प्रसाद महाविद्यालय बघौड़ा में दो क्लास रूम व बरामदा निर्माण की स्वीकृति दी गई थी. निर्माण के लिए एस्टीमेट के अनुसार जीएसटी सहित 22.83 लाख की स्वीकृति दी गई थी. लेकिन प्रशासनिक जांच के दौरान दी गई रकम के हिसाब से काम नहीं हुआ तो लास्ट किस्त रोक दी गई और एक लाख रुपये की वसूली के आदेश दिए गए हैं.
ये भी पढ़ें- जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री जयवीर सिंह तो मुर्दे का इलाज करते दिखे डॉक्टर
इस प्रकरण में जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि हरदोई जिले के सुरेश कुमार सिंह शिव प्रसाद महाविद्यालय में नरेश अग्रवाल की सांसद निधि से करीब 23 लाख रुपये की धनराशि 2019 में निधि स्वीकृत की गई थी. तो उसकी कार्यदाई संस्था जिसने दो किस्तों में लगभग 17 लाख की धनराशि दी जा चुकी थी और अभी तीसरी किस्त से पहले जब हमारे द्वारा सत्यापन कराया गया तो उसमें कार्यदाई संस्था द्वारा जो महाविद्यालय की जो बनावट है उसमें कमी पाई गई.
डीएम ने बताया, ‘इस कारण से हम लोगों ने जो कुल धनराशि में कटौती की है. स्वीकृत धनराशि लगभग 23 लाख थी, जबकि कार्य लगभग 16 लाख का पाया गया है. जो कि दी गई धनराशि से एक लाख रुपये कम है. लिहाज़ा उनको दी गई अतिरिक्त एक लाख की धनराशि की रिकवरी के लिए नोटिस दिया गया है.’
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Hardoi News
FIRST PUBLISHED : May 01, 2022, 11:27 IST