Holi Ke Upay: डॉक्टर की इन सलाह के साथ खेलें होली, न पड़ेंगे बीमार और न त्वचा होगी बेजान


मेरठ: होली (Holi 2022) का त्योहार आ गया है और हर ओर रंगों का खुमार चढ़ने लगा है. कोई होली खेलने की तैयारी में जुट गया है तो कोई इससे बचने की तरकीब निकाल रहा है. बीमार पड़ने से बचने और त्वचा को केमिकल युक्त रंगों से बचाने के लिए कुछ लोग तो होली भी नहीं खेलते हैं. मगर आप बगैर बीमार पड़े और किसी तरह के साइड इफेक्ट के होली खेलना चाहते हैं तो आपको डॉक्टर की सलाह माननी होगी. डॉक्टर की सलाह मानते हैं तो न तो आप बीमार पड़ेंगे और न ही आपकी त्वचा पर भी रंगों का असर होगा. मेरठ में स्किन केयर स्पेशलिस्ट डॉक्टर अर्चना जैन ने बताया कि होली खेलने के पहले अगर लोग सामान्य बातों का ख्याल रखेंगे तो उनकी त्वचा पर इसका असर नहीं पड़ेगा.

स्किन केयर स्पेशलिस्ट डॉक्टर अर्चना जैन का कहना है कि सामान्य तौर पर तो हर होली के बाद उनके क्लीनिक पर मरीजों की लाइन लग जाती है, जो जरा सी असावधानी बरतने पर गंभीर हादसे और त्वचा रोग के शिकार हो जाते हैं. डॉक्टर अर्चना जैन का कहना है कि होली खेलने के पहले शरीर पर अगर सामान्य क्रीम लगा लिया जाए तो त्वचा सुरक्षित रहेगी. उनका कहना है ज्यादा हार्श तरीके से कलर नहीं उतारना चाहिए क्योंकि इससे स्किन पर स्क्रेचेज़ आ जाते हैं.

स्किन केयर स्पेशलिस्ट डॉक्टर अर्चना जैन

डॉक्टर जैन की मानें तो गुलाल को उड़ा कर होली खेलना कई बार ख़तरनाक साबित हो जाता है. इसलिए गुलाल उड़ा कर होली न खेलें तो बेहतर होगा. केमिकल कलर का इस्तेमाल भी स्किन को नुकसान पहुंचाता है. त्वचा में केमिकल की वजह से एलर्जी हो जाती है. जिसका लंबा ट्रीटमेंट करना पड़ता है. डॉक्टर अर्चना जैन का कहना है कि टेसू के रंगों से होली खेलना चाहिए. टेसू के रंग से होली खेलने में त्योहार का त्योहार और त्वचा को भी कोई नुकसान नहीं होता है.

वो कहती हैं कि हर्बल कलर सबसे बेहतर होता है. डॉक्टर जैन का कहना है कि आमतौर पर उनके पास होली के बाद ऐसे-ऐसे मरीज़ आते हैं, जिनका इलाज कभी-कभी छह छह महीने या फिर साल भर तक करना पड़ता है. ऐसी स्थिति न बने इसलिए सभी को एहतियात के साथ होली खेलनी चाहिए.

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