Hathras News:बुजुर्गों को सता रही ठंड, पुराने दर्द हो रहे ताजा – Cold Troubling The Elderly Old Pain Getting Fresh


घुटनों का दर्द
– फोटो : pixabay

ख़बर सुनें

सर्दी का मौसम बुजुर्गों को सताने लगा है। गलन भरी ठंड की वजह से बुजुर्गों के पुराने चोटों के दर्द ताजा होने लगे हैं। जिला अस्पताल में घुटना, कमर दर्द व हड्डी रोग के बुजुर्ग मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। 

हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. जेके मल्होत्रा ने बताया कि अर्थराइटिस की वजह से जोड़ों में सूजन आ जाती है, जिसके कारण असहनीय दर्द होता है। इस दर्द का असर सेहत पर भी धीरे-धीरे दिखने लगता है। अर्थराइटिस के कारण जोड़ों में मौजूद कार्टिलेज धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त होने लगती है और इस वजह से हड्डियां आपस में एक-दूसरे से घिसने या रगड़ने लगती हैं। इसके अलावा सर्दी बढ़ने पर शरीर में सूजन भी होने लगता है। बुजुर्गों के अलावा आजकल युवाओं में समस्या देखने का मिल रही है।

विटामिन व कैल्शियम की कमी से हो रही दिक्कत
डॉ. मल्होत्रा ने बताया कि आजकल की युवा पीढ़ी व्यायाम पर ज्यादा ध्यान नहीं देती है और फास्ट फूड व जंक फूड का ज्यादा सेवन करती है। जिससे उनमें विटामिन, कैल्शियम आदि की कमी हो जाती है। सर्दियों में हड्डी और जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है। तापमान में कमी के कारण नसें सिकुड़ जाती हैं और विटामिन डी की कमी वाले लोगों में हड्डियों और जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है। ऐसे में सर्दियों के मौसम की धूप लोगों को हड्डी और जोड़ों के दर्द से बचाएगी। सुबह या दोपहर को बुजुर्ग धूप जरूर लें।

ऐसा करने से मिलेगा लाभ
 तैराकी और साइकिलिंग जैसी कसरतों से ज्वॉइंट रोटेशन में लाभ मिलेगा। डॉक्टर मल्होत्रा ने बताया कि इन कामों को अपने जीवन शैली में शामिल करें। जोड़ों के इस घुमाव से दर्द से राहत मिलेगी और स्थिति को बिगड़ने से रोकने में मदद मिलेगी। इसके अलावा सुबह शाम सैैर करने से भी फायदा मिल सकता है। हालांकि टहलते हुए इस बात का ध्यान रखें कि ज्यादा तेजी से न चलें, समतल भूमि पर चलें और आरामदायक व अच्छी गुणवत्ता के जूते पहनकर ही टहलें।

डॉ. गोपाल वर्मा ने बताया कि हड्डी और जोड़ों के दर्द और सर्वाइकल की स्थिति में बिना चिकित्सक की सलाह के कोई भी अभ्यास या योग न करें। इससे समस्या और बढ़ सकती है। दर्द की स्थिति में बिना चिकित्सक की सलाह के कोई भी पेन किलर या अन्य दवाई का सेवन न करें। सर्दियों में लोग ज्यादातर समय पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनते हैं। इससे शरीर को सूर्य की रोशनी नहीं मिल पाती है, जबकि तापमान में ठंडक होने के कारण शरीर की नसें सिकुड़ती हैं। ऐसे में लोग अकसर हड्डी और जोड़ों के दर्द की चपेट में आते हैं। धूप में बैठें और त्वचा को धूप लगने दें, पानी उचित मात्रा में पीएं एवं खाने का ध्यान रखें। बिना चिकित्सक की सलाह एक्सरसाइज और दवाई का सेवन न करें, हीटिंग पैड का प्रयोग ज्यादा समय तक न करें। गर्म पानी की सेक घुटने पर लगाते रहें।

ये हैं लक्षण

  • सर्दियों में उन लोगों को यह समस्या अधिक होती है, जिन्हें पहले कोई चोट लगी हो या जिन लोगों में विटामिन डी की कमी हो। इसके अलावा जिन लोगों को पूर्व में भी जोड़ों का दर्द है, उन्हें सर्दियों में यह समस्या अधिक हो जाती है।
  • थकान, कमजोरी, तेज एवं धीमा दर्द होना, रह-रहकर उठने वाला दर्द, जोड़ों को छूने पर दर्द होना, जोड़ों में अकड़न, सर्वाइकल की स्थिति में गर्दन दर्द, कमर दर्द आदि शामिल हैं।

मुझे सर्दी के कारण घुटनों में कुछ ज्यादा ही परेशानी होने लगी है। इसी समस्या को दिखाने के लिए अस्पताल आई हूं। -जसवेंदर कौर, मरीज। 
मेरी सास को दर्द की समस्या है। कई दिनों से परेशान हैं, अब जिला अस्पताल आया हूं, ताकि वह दवा खाकर ठीक हो सकें। -दिलीप कुमार, मरीज। 
गलन भरी सर्दी में घुटनों की समस्या तो हो ही रही है। त्वचा से संबंधी परेशानी भी होने लगी है।  -रफीक, मरीज। 
बच्चे को स्किन की समस्या हो गई। उसी को दिखाने के लिए जिला अस्पताल आया हूं। -विकास, तीमारदार।

विस्तार

सर्दी का मौसम बुजुर्गों को सताने लगा है। गलन भरी ठंड की वजह से बुजुर्गों के पुराने चोटों के दर्द ताजा होने लगे हैं। जिला अस्पताल में घुटना, कमर दर्द व हड्डी रोग के बुजुर्ग मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। 

हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. जेके मल्होत्रा ने बताया कि अर्थराइटिस की वजह से जोड़ों में सूजन आ जाती है, जिसके कारण असहनीय दर्द होता है। इस दर्द का असर सेहत पर भी धीरे-धीरे दिखने लगता है। अर्थराइटिस के कारण जोड़ों में मौजूद कार्टिलेज धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त होने लगती है और इस वजह से हड्डियां आपस में एक-दूसरे से घिसने या रगड़ने लगती हैं। इसके अलावा सर्दी बढ़ने पर शरीर में सूजन भी होने लगता है। बुजुर्गों के अलावा आजकल युवाओं में समस्या देखने का मिल रही है।

विटामिन व कैल्शियम की कमी से हो रही दिक्कत

डॉ. मल्होत्रा ने बताया कि आजकल की युवा पीढ़ी व्यायाम पर ज्यादा ध्यान नहीं देती है और फास्ट फूड व जंक फूड का ज्यादा सेवन करती है। जिससे उनमें विटामिन, कैल्शियम आदि की कमी हो जाती है। सर्दियों में हड्डी और जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है। तापमान में कमी के कारण नसें सिकुड़ जाती हैं और विटामिन डी की कमी वाले लोगों में हड्डियों और जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है। ऐसे में सर्दियों के मौसम की धूप लोगों को हड्डी और जोड़ों के दर्द से बचाएगी। सुबह या दोपहर को बुजुर्ग धूप जरूर लें।

ऐसा करने से मिलेगा लाभ

 तैराकी और साइकिलिंग जैसी कसरतों से ज्वॉइंट रोटेशन में लाभ मिलेगा। डॉक्टर मल्होत्रा ने बताया कि इन कामों को अपने जीवन शैली में शामिल करें। जोड़ों के इस घुमाव से दर्द से राहत मिलेगी और स्थिति को बिगड़ने से रोकने में मदद मिलेगी। इसके अलावा सुबह शाम सैैर करने से भी फायदा मिल सकता है। हालांकि टहलते हुए इस बात का ध्यान रखें कि ज्यादा तेजी से न चलें, समतल भूमि पर चलें और आरामदायक व अच्छी गुणवत्ता के जूते पहनकर ही टहलें।



Source link