Electricity Crisis: अखिलेश यादव बोले-पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी यूपी तक त्राहि-त्राहि, ‘डबल इंजन’ सरकार फेल


लखनऊ. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में बिजली संकट को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा है. उन्‍होंने आरोप लगाया कि भीषण गर्मी के बीच अघोषित बिजली कटौती से प्रदेश की जनता झुलस रही है. इसके साथ सपा प्रमुख ने कहा कि पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं और गर्मी बढ़ने के साथ बिजली संकट गहराता जा रहा है.

अखिलेश यादव ने कहा कि खुद भाजपा के विधायकों और राज्यमंत्री तक ने इस सम्बंध में ऊर्जा मंत्री और प्रबंध निदेशक पावर कारपोरेशन को पत्र लिखे हैं. उन्‍होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार बिजली बिल वसूली के नाम पर राजनीतिक विरोधियों के कनेक्शन काट रही है और मुकदमे दर्ज कर रही है.

सपा प्रमुख का ‘डबल इंजन’ की सरकार पर प्रहार
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि मौसम वैज्ञानिक पहले ही भीषण गर्मी होने की चेतावनी दे चुके थे कि मई में 48 डिग्री सेल्सियस तक की गर्मी झुलसा सकती है. इसके बावजूद भाजपा सरकार ने पहले कोई राहत के कदम क्यों नहीं उठाए? इसके साथ‘डबल इंजन’ की सरकार पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा की दोनों सरकारें होने के बावजूद बिजली व्यवस्था चौपट है और केन्द्र सरकार न तो पर्याप्त कोयला की आपूर्ति कर रही है और न ही अपने 10 हजार मेगावाट कोटे की बिजली उत्तर प्रदेश को दे रही है.

इसके साथ यादव ने तंज किया कि प्रदेश में हर तरफ हाहाकार मचा है, लेकिन भाजपा की डबल इंजन सरकार सत्ता की खुमारी में है. उन्होंने दावा किया कि बिजली उत्पादन के क्षेत्र में पिछले पांच साल भाजपा ने कुछ नहीं किया, कई बिजली उत्पादन इकाइयां ठप हैं और बिजली की मांग और उपलब्धता में भारी अंतर के चलते गांव, कस्बों और तहसील मुख्यालयों में अंधाधुंध कटौती हो रही है.

चुनाव खत्म होते ही भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया
अखिलेश यादव ने कहा कि खुद राजधानी लखनऊ में भी बिजली के झटके महसूस होने लगे हैं. उन्‍होंने कहा कि रोस्टर केवल कहने-सुनने के लिए हैं, बुनकर उद्योग बंद हो रहा है. सपा प्रमुख ने कहा कि समाजवादियों ने विधानसभा चुनाव में 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया था, लेकिन जनता को बरगलाने के लिए चुनाव में भाजपा ने भी झूठे वादे कर दिये. चुनाव खत्म होते ही भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया.

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