BHU में इफ्तार पार्टी पर डिप्‍टी CM केशव प्रसाद मौर्य बोले- सरकार की ओर से हम कोई दखल नहीं दे सकते


वाराणसी. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में इफ्तार के आयोजन को लेकर हुए विवाद पर बयान दिया है. उन्‍होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय और छात्रों के बीच का मामला है, इसलिए सरकार की ओर से हम इसमें कोई दखल नहीं दे सकते. साथ ही कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में इस तरह के विवाद को जन्म नहीं देना चाहिए था.

भारतीय जनता पार्टी के तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग शिविर में भाग लेने पहुंचे केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय परिसर में इस तरह का कार्य कभी नहीं हुआ था, ऐसा कार्य कर के विवाद को जन्म नहीं देना चाहिए था. उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘फिर भी यह विश्वविद्यालय और छात्रों के बीच का मामला है, इस पर सरकार की ओर से हम कोई दखल नहीं दे सकते.’

इफ्तार पार्टी के बाद मचा हुआ है बवाल
उल्लेखनीय है कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के महिला महाविद्यालय परिसर में बुधवार शाम इफ्तार के आयोजन को लेकर छात्रों ने हंगामा किया और नयी परम्परा शुरू करने को लेकर सवाल उठाए. इस इफ्तार के आयोजन में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुधीर जैन ने भी भाग लिया था, जिसको लेकर छात्रों ने जमकर विरोध किया. वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से स्पष्टीकरण दिया गया कि इफ्तार का आयोजन कई वर्षों से हो रहा है और आयोजन के विरोध में छात्रों ने कुलपति आवास पहुंच कर नारेबाजी की और कुलपति का पुतला भी फूंका था.

चंदौली की घटना पर कही ये बात
केशव प्रसाद मौर्य ने चंदौली की घटना पर दुख जताते हुए कहा कि संबंधित थाने के इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और जांच के बाद जो रिपोर्ट आएगी उस पर कार्रवाई की जाएगी. मौर्य ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था दुरुस्त है. बात दें कि चंदौली जिले के सैयदराजा क्षेत्र में रविवार को पुलिस की दबिश के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में एक युवती की मौत हो गयी. इस मामले में सोमवार को निलम्बित थानाध्यक्ष समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है.

मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चंदौली की घटना को पुलिस द्वारा जाति के आधार पर जानबूझकर की गयी वारदात करार देते हुए कहा है कि आरोपी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए.चंदौली के पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि सैयदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर गांव में पुलिस का एक दल रविवार को एक बालू कारोबारी को पकड़ने के लिये उसके घर पहुंचा था. आरोप है कि पुलिस ने कारोबारी के घर पर नहीं मिलने पर उसके परिजन से मारपीट की. उन्होंने बताया कि इस मामले में मृत युवती के भाई की तहरीर पर थानाध्यक्ष उदय प्रताप सिंह तथा चार महिला पुलिसकर्मियों समेत छह लोगों पर गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. थानाध्यक्ष को पहले ही निलंबित किया जा चुका है.

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