Ayodhya: अयोध्‍या के 14 घाटों में खास है ‘पाप मोचन घाट’, स्नान करने से होता है ये बड़ा काम


रिपोर्ट-सर्वेश श्रीवास्तव

अयोध्या. यूपी के अयोध्या को घाटों और मंदिरों की नगरी कहा जाता है. सरयू की पवित्र जल धारा यहां से होकर बहती है. सरयू नदी (Saryu River) के किनारे प्रमुख रूप से 14 घाट हैं. आज हम आपको बताते हैं सरयू तट पर स्थित प्राचीन घाटों में से एक है पाप मोचन घाट (Paap Mochan Ghat) के बारे में, जहां की अपनी एक अलग मान्यता है. धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, इसी घाट पर श्री प्रयागराज माघ महीने में स्नान करने आते हैं. वहीं, स्नान करने के बाद श्री प्रयागराज का पाप मोचन हो जाता है.

घाट के नजदीक ही सद्गुरू सदन मंदिर है, जहां लगभग 500 वर्ष पुराने पाप मोचन के साथ प्रभु श्री राम की प्रतिमा भी स्थापित है. मान्‍यता है कि यहां दर्शन पूजन करने से समस्त पापों का नष्ट होता है. सद्गुरू सदन मंदिर के महंत श्री श्री 108 शिया किशोरी शरण महराज बताते हैं कि वशिष्ठ महाराज तपस्या करके मानसरोवर से सरयू को लाये थे, तब सभी घाटों का नाम करण किया था. उसी में से एक है पाप मोचन घाट भी है जिसको रामलाल के अवतार से पहले का बताया जाता है. पाप मोचन घाट पर स्नान करने मात्र से सभी पापों का नाश हो जाता है.

जानें पाप मोचन घाट की मान्‍यता
पाप मोचन घाट के महंतशिया किशोरी शरण महाराज बताते हैं. श्री प्रयागराज माघ में यहां स्नान करने आते हैं. इसका पद्मपुराण कथा में भी उल्लेख मिलता है. जब प्रयागराज यहां स्नान करने आए तो उनका शरीर काला था फिर पाप मोचन घाट में नहाने के बाद उनका शरीर गोरा हो गया था.

Tags: Ayodhya News, Saryu River



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