एएमयू के अर्थशास्त्र के शिक्षक
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बजट पर देश के लोगों की नजरें जहां लगी थीं। वहीं, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के शिक्षकों की निगाहें बजट पर थीं। बजट को लेकर ज्यादातर शिक्षकों ने बेहतर और समावेशी बताया। कुछ ने इस बजट को चुनाव से जुड़ा होना बताया।
अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. मोहम्मद अब्दुस सलाम ने कहा कि अनुभवी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अच्छा बजट पेश किया है। खास बात यह बजट काफी कम समय में पेश किया गया है, जो अमूमन नहीं होता था। सरकार ने कई योजनाएं चला रखी हैं। अगर यह योजनाएं सही ढंग से क्रियान्वयन हो जाए तो इसका कोई मुकाबला नहीं है। वित्त मंत्री ने सरकार की मंशा के अनुरूप बजट पेश किया है। अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए जवाबदेही बनाना होगा। वह चाहे कर्मचारी हों या अधिकारी। प्रो. मोहम्मद आजम खान ने कहा कि वह इस बजट को पूर्व चुनाव के रूप में देखते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा बजट भी है। अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने का प्रयास किया गया है।
प्रो. मोहम्मद आसिफ ने कहा कि योजनाओं के लिए सरकार धनराशि कहां से लाएगी। यह चुनावी बजट है। डॉ. अब्दुल अजीज ने कहा कि बेरोजगारी से युवा परेशान है। कृषि, आईटी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी पर बजट में फोकस किया गया है। युवा पढ़ने के लिए और नौकरी के लिए विदेश जा रहे हैं, उसको भी सोच कर यह बजट पेश किया है। आने वाले दिनों में कई चुनौतियां भी आएंगी। डॉ.दस्तगीर आलम ने कहा कि अच्छा बजट है। एकलव्य स्कूल खोलने की योजना सराहनीय है।
डॉ. शाहिना परवीन ने कहा कि बजट में सप्तऋषि ऑफ मोदी का भी जिक्र किया गया है। हर क्षेत्र से स्वास्थ, वित्त, शिक्षा आदि पर फोकस बनाया गया है। डॉ. शिरीन रईस ने कहा कि एकलव्य स्कूल खोलना भी महत्वपूर्ण है, जिससे शिक्षा के साथ रोजगार भी मिलेगा।